NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / निर्भया कांड: दोषी पवन की क्यूरेटिव पिटिशन खारिज, अब केवल दया याचिका का विकल्प
    अगली खबर
    निर्भया कांड: दोषी पवन की क्यूरेटिव पिटिशन खारिज, अब केवल दया याचिका का विकल्प

    निर्भया कांड: दोषी पवन की क्यूरेटिव पिटिशन खारिज, अब केवल दया याचिका का विकल्प

    लेखन प्रमोद कुमार
    Mar 02, 2020
    12:01 pm

    क्या है खबर?

    निर्भया कांड में फांसी की सजा पाए पवन की क्यूरेटिव पिटिशन खारिज हो गई है।

    क्यूरेटिव पिटिशन पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पवन की 3 मार्च को होने वाली फांसी पर रोक लगाने से मना कर दिया।

    अब पवन के पास केवल राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजने का विकल्प बचा है। अगर राष्ट्रपति यह याचिका खारिज कर देंगे तो चारों की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी।

    बाकी तीनों दोषियों के सारे कानूनी विकल्प खत्म हो चुके हैं।

    जानकारी

    2013 में चारों को हुई थी फांसी की सजा

    2013 में फांसी का सजा होने के बावजूद चारों दोषियों को अभी तक फांसी पर नहीं लटकाया जा सका है। चारों दोषी एक-एक कर सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास दया याचिका दायर कर रहे हैं ताकि फांसी को टाला जा सके।

    निर्भया कांड

    अब तक तीन बार जारी हो चुका है डेथ वारंट

    चारों दोषियोें में से केवल पवन के पास कानूनी विकल्प बचे थे। इस वजह से बाकी दोषियों को भी फांसी नहीं हो पा रही थी।

    दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट अभी तक कुल तीन बार डेथ वारंट जारी कर चुकी है। तीसरे डेथ वारंट की तारीख 3 मार्च है, लेकिन अभी पवन के पास बचे दया याचिका के विकल्प को देखते हुए चारों को इस दिन फांसी होना काफी मुश्किल लग रहा है।

    याचिका

    पवन ने खुद को बताया था नाबालिग

    पवन ने फांसी से बचने के लिए घटना के समय खुद के नाबालिग होने का दावा किया था। पवन ने याचिका में कहा था कि वह घटना के समय नाबालिग और उसका ट्रायल गलत तरीके से किया गया था।

    हाई कोर्ट में यह याचिका खारिज होने के बाद पवन ने सुप्रीम कोर्ट में स्पेशल लीव पिटिशन (SLP) भी दायर की थी।

    सुप्रीम कोर्ट ने इसे खारिज करते हुए कहा था कि इस मामले में कोई नया आधार नहीं है।

    दया याचिका

    दोबारा राष्ट्रपति के पास पहुंची अक्षय की दया याचिका

    निर्भया कांड में एक और दोषी अक्षय ने फांसी से बचने के लिए राष्ट्रपति के पास दोबारा दया याचिका लगाई है। एक बार उसकी याचिका खारिज हो चुकी है।

    शनिवार को उसने फिर से नई दया याचिका राष्ट्रपति को भेजी है। उसके वकील एपी सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति ने जो याचिका खारिज की थी, वह अधूरी थी।

    इसलिए नई याचिका भेजी गई है। जानकारों के मुताबिक, दोषी फांसी टालने के लिए ऐसी तरकीबें अपना रहे हैं।

    निर्भया कांड

    क्या है निर्भया गैंगरेप और हत्याकांड मामला?

    16 दिसंबर, 2012 की रात अपने दोस्त के साथ फिल्म देखकर लौट रही 23 वर्षीय निर्भया के साथ छह लोगों ने दिल्ली में चलती बस में गैंगरेप किया था।

    इलाज के दौरान निर्भया ने दम तोड़ दिया था। इस घटना के बाद देशभर में प्रदर्शन हुए थे।

    इस मामले में कुल छह आरोपी थे। इनमें से एक नाबालिग था और एक ने जेल में आत्महत्या कर ली।

    बाकी बचे चारों दोषियों को 2013 में फांसी की सजा सुनाई गई है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    निर्भया गैंगरेप
    सुप्रीम कोर्ट

    ताज़ा खबरें

    पंकज त्रिपाठी बोले- सिनेमा का शौक तो बचपन से नहीं, पहली बार कब देखी थी फिल्म? पंकज त्रिपाठी
    IPL 2025: SRH के ट्रेविस हेड का इस संस्करण कैसा रहा प्रदर्शन? आंकड़ों से जानिए इंडियन प्रीमियर लीग
    GT बनाम MI: रोहित शर्मा ने IPL में पूरे किए 7,000 रन, 300 छक्के भी जड़े  रोहित शर्मा
    'हेरा फेरी' ही नहीं, बॉलीवुड की इन कॉमेडी फिल्मों की फ्रेंचाइजी के भी दीवाने हैं दर्शक हेरा फेरी 3 फिल्म

    निर्भया गैंगरेप

    भारत में पहली बार एक नाबालिग को उम्रकैद की सजा, जानें क्या था मामला हैदराबाद
    महिला का अपहरण कर नौ लोगों ने किया रेप, बेहोशी की हालत में सड़क पर फेंका त्रिपुरा
    निर्भया केस: दोषियों के पास है सात दिन का समय, नहीं तो जल्द दी जाएगी फांसी दिल्ली पुलिस
    निर्भया केस: तिहाड़ जेल के पूर्व अधिकारी का दावा, आरोपी राम सिंह की हुई थी हत्या दिल्ली

    सुप्रीम कोर्ट

    रेप का आरोपी हुआ बरी, अदालत ने कहा- वारदात के दिन पीड़िता उसकी पत्नी थी दिल्ली
    केरल: हिंदुओं का पानी रोके जाने का दावा करने वाली भाजपा सांसद के खिलाफ केस दर्ज कर्नाटक
    कश्मीर में 2G इंटरनेट सर्विस बहाल, सोशल मीडिया पर रोक अब भी जारी कश्मीर
    क्या आपराधिक पृष्ठभूमि वाले नेताओं के चुनाव लड़ने पर रोक लगाएगा सुप्रीम कोर्ट? दिल्ली
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025