महाराष्ट्र के मंत्री का आदेश- फोन पर हैलो की बजाय वंदे मातरम बोलें सरकारी कर्मचारी
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने सोमवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सरकारी कर्मचारियों के लिए अजीब फरमान जारी किया है।
उन्होंने कार्यालयों में अधिकारियों और कर्मचारियों को फोन कॉल उठाने पर हैलो के बजाए 'वंदे मातरम' बोलने के लिए कहा है। इसके लिए आधिकारिक आदेश जल्द जारी किया जाएगा।
मंत्री मुनगंटीवार ने यह बात रविवार को महाराष्ट्र सरकार द्वारा विभागों का बंटवारा करने के बाद कही।
आइए जानते हैं इसके पीछे उन्होंने क्या तर्क दिए।
अपील
मंत्री ने ट्विटर पर की अपील
सुधीर मुनगंटीवार ने ट्वीट पर लिखा, 'हैलो एक अंग्रेजी शब्द है और इसे त्यागना जरूरी है। वंदे मातरम केवल एक शब्द नहीं है, यह हर भारतीय द्वारा अनुभव की जाने वाली भावना है। इस शब्द को बोलने पर किसी तरह का परहेज नहीं होना चाहिए।'
उन्होंने आगे कहा, 'हम आजादी के 76वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। हम स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। इसलिए मैं चाहता हूं कि अधिकारी नमस्ते के बजाए फोन पर 'वंदे मातरम' कहें।'
जानकारी
विभाग सौंपे जाने के तुरंत बाद मंत्री ने दिए 'वंदे मातरम' बोलने के आदेश
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कई दिनों के इंतजार के बाद रविवार को मंत्रियों के विभागों का बंटवारा किया है। इस दौरान भाजपा की तरफ से मंत्री बने सुधीर मुनगंटीवार को वन, मत्स्य विकास और सांस्कृतिक मामलों के विभाग सौंपे गए हैैैं।
जानकारी
शिंदे और फडणवीस ने संभाले ये बड़े विभाग
एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के 40 दिन बाद मंगलवार को मंत्रीमंडल का विस्तार हुआ था।
मुंबई में आयोजित हुए एक समारोह में कुल 18 मंत्रियों ने पद की शपथ ली थी।
इसी के साथ मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री समेत मंत्रीमंडल में कुल सदस्यों की संख्या 20 हो गई थी।
एकनाथ शिंदे ने अपने पास शहरी विकास, लोक निर्माण और परिवहन विभाग रखा है। वहीं, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास गृह, वित्त, जल संसाधन, आवास और ऊर्जा विभाग हैं।
विभागों का बंटवारा
किस मंत्री को मिला कौन सा विभाग?
भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल को कपड़ा, उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग सौंपा गया।
रवींद्र चव्हाण को लोक निर्माण, खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण मंत्रालय सौंपा गया।
भाजपा नेताओं को सौंपे गए अन्य प्रमुख विभागों में गिरीश महाजन को ग्राम और पंचायती राज विकास, चिकित्सा शिक्षा, खेल और युवा कल्याण का प्रमुख बनाया गया।
शिवसेना से आवंटित विभागों के नेताओं में दादा भुसे, शंभूराजे देसाई, संदीपन भुमरे, उदय सामंत, तानाजी सावंत, अब्दुल सत्तार, दीपक केसरकर, गुलाबराव पाटिल और संजय राठौड़ शामिल हैं।