
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के सम्मान में 11 सितंबर को भारत में राजकीय शोक का ऐलान
क्या है खबर?
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को 96 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह पिछले कई महीनों से बीमार थीं और उनका स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल में उपचार चल रहा था। उनके निधन की खबर से पूरी दुनिया में शोक की लहर है।
इसी बीच भारत सरकार ने भी उनके सम्मान में 11 सितंबर को एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से इसकी पुष्टि की गई है।
बयान
गृह मंत्रालय की ओर से क्या जारी किया गया है बयान?
गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारत सरकार ने ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के मद्देनजर पूरे भारत में 11 सितंबर को एक दिवसीय राजकीय शोक का फैसला किया है।
मंत्रालय ने कहा कि शोक के दिन पूरे भारत में सभी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई भी आधिकारिक गतिविधि या कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा। इसके चलते सरकार ने सभी सरकारी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है।
श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन का समाचार सुनकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने ट्वीट किया, 'महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को हमारे समय की कद्दावर शख्सियत के रुप में याद रखा जाएगा। उन्होंने अपने देश को प्रेरणादायी नेतृत्व प्रदान किया। उन्होंने सार्वजनिक जीवन में गरिमा और शालीनता का परिचय दिया। उनके निधन से आहत हूं। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और ब्रिटेन के लोगों के साथ है।'
यादगार
प्रधानमंत्री मोदी ने महारानी से मुलाकात को बताया यादगार
प्रधानमंत्री मोदी ने एक अन्य ट्वीट में उनसे दो बाद हुई मुलाकातों को यादगार बताया।
उन्होंने लिखा, 'साल 2015 और 2018 में ब्रिटेन की अपनी यात्राओं के दौरान मेरी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के साथ यादगार मुलाकातें हुई थीं। मैं उनकी गर्मजोशी और उदारता को कभी नहीं भूल पाऊंगा। एक बैठक के दौरान उन्होंने मुझे वह रूमाल दिखाया जो महात्मा गांधी ने उन्हें उनकी शादी में उपहार में दिया था। यह उनकी उदारता है।'
शोक
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी जताया शोक
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर शोक जताया है।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन से दुनिया ने एक महान शख्सियत खो दी है। उन्होंने अपने देश और लोगों को सात दशकों से अधिक समय तक चलाया तब से एक युग बीत चुका है। मैं ब्रिटेन के लोगों के दुख को साझा करती हूं और शाही परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं।'
पृष्ठभूमि
पिछले साल अक्टूबर से बीमार थीं महारानी
महारानी कथित तौर पर जुलाई से स्कॉटलैंड में गर्मियों की छुट्टी पर थीं और पिछले साल अक्टूबर से उन्हें चलने और खड़े होने में परेशानी हो रही थी।
गुरुवार को हालत बिगड़ने पर उन्हें चिकित्सकीय देखरेख में रखा गया था। उनके बिगड़ते स्वास्थ्य को देखकर चिकित्सकों ने भी चिंता जताई थी।
उसके बाद दोपहर में बंकिघम पैलेस ने उनके निधन का बयान जारी कर दिया। अब महारानी के सबसे बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स ब्रिटेन के नए महाराज होंगे।