आंध्र प्रदेश के वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भगदड़, 2 बच्चों समेत 10 श्रद्धालुओं की मौत
क्या है खबर?
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में आज एक दर्दनाक हादसा हो गया है। यहां काशी बुग्गा वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भगदड़ मच गई है, जिसमें कम से कम 10 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिसके बाद अधिकारियों ने आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। फिलहाल राहत और बचाव अभियान जारी है।
वजह
कैसे मची भगदड़?
शुरुआती जानकारी के अनुसार, भारी भीड़ के कारण रेलिंग गिर गई, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया और लोग एक-दूसरे पर गिर गए। बताया जा रहा है कि कार्तिक मास की एकादशी की वजह से मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी। हादसा मंदिर के प्रवेश द्वार के पास ही हुआ है। अभी तक के वीडियो और फोटो से अंदाजा लगाया जा रहा है कि मृतकों में ज्यादातर महिलाएं हैं।
बयान
मुख्यमंत्री बोले- अधिकारियों को दिए त्वरित कार्रवाई के निर्देश
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा, 'श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा वेंकटेश्वर मंदिर में भगदड़ की घटना से हड़कंप मच गया है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुखद है। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैंने अधिकारियों को घायलों को सर्वोत्तम संभव उपचार प्रदान करने के निर्देश दिए हैं और स्थानीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से घटनास्थल का दौरा करने और राहत कार्यों की निगरानी करने को कहा है।'
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें भगदड़ के बाद के दृश्य
VIDEO | Andhra Pradesh: Stampede reported at Venkateswara Temple in Kashibugga in Srikakulam district; several devotees injured, rushed to hospital. More details are awaited.
— Press Trust of India (@PTI_News) November 1, 2025
(Source: Third Party)#AndhraPradesh pic.twitter.com/dOJxEI4JHC
पुलिस
पुलिस ने कहा- ये निजी मंदिर, अनुमति नहीं ली गई
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "यह एक निजी मंदिर है और एकादशी पर होने वाले आयोजन के लिए सरकार से अनुमति नहीं ली गई थी। यह मंदिर दान विभाग के अंतर्गत नहीं आता है।" एक दूसरे शीर्ष अधिकारी ने कहा, "जिस क्षेत्र में तीर्थयात्री एकत्रित हुए थे, वह निर्माणाधीन था और वहां बुनियादी सुरक्षा बलों की कमी थी।" एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि प्रवेश और निकास द्वार एक ही थे।
जानकारी
प्रधानमंत्री ने किया मुआवजे का ऐलान
घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया। उन्होंने कहा, 'मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।'
अधिकारी
मौके पर बचाव अभियान जारी, मंत्री भी पहुंचे
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस कर्मी और आपातकालीन दल मौके पर पहुंच गए हैं। भीड़ को नियंत्रित करने और राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। राज्य के कृषि मंत्री के अत्चन्नायडू भी घटना के तुरंत बाद मंदिर पहुंचे और मंदिर प्रबंधन के जिम्मेदारों से मिले। मंत्री नारा लोकेश ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों और स्थानीय विधायक से बात की है।
प्लस
वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के बारे में जानिए
श्रीकाकुलम स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर 12 एकड़ में फैला हुआ है और यहां दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। चोल और चालुक्य शासकों के दौर में 11वीं-12वीं सदी में बनाए गए इस मंदिर को उत्तर का तिरुपति भी कहा जाता है, क्योंकि इसका स्वरूप और पूजा-पद्धति तिरुपति बालाजी मंदिर से मिलती-जुलती है। यहां भगवान वेंकटेश्वर की पूजा की जाती है। श्रीकाकुलम में इसके अलावा अरासवल्ली सूर्य मंदिर, श्री मुखलिंगेश्वर मंदिर और श्रीकुरमानाथ मंदिर जैसे ऐतिहासिक मंदिर भी हैं।