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केरल अत्यधिक गरीबी खत्म करने वाला देश का पहला राज्य बना
केरल अत्यधिक गरीबी खत्म करने वाला पहला राज्य बन गया है

केरल अत्यधिक गरीबी खत्म करने वाला देश का पहला राज्य बना

लेखन आबिद खान
Nov 01, 2025
12:17 pm

क्या है खबर?

केरल अत्यधिक गरीबी को पूरी तरह खत्म करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। राज्य के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने केरल पिरवी दिवस पर आयोजित राज्य विधानसभा के विशेष सत्र में यह घोषणा की है। सरकार का दावा है कि 2021 में शुरू की गई अत्यधिक गरीबी उन्मूलन परियोजना (EPAP) के जरिए 4 सालों के दौरान करीब 64,000 परिवारों को अत्यधिक गरीबी से बाहर निकाल लिया गया है।

बयान

मुख्यमंत्री बोले- आज का राज्य स्थापना दिवस ऐतिहासिक

केरल के स्थापना दिवस पर बुलाए गए सदन के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "आज का केरल पिरवी (राज्य स्थापना दिवस) इतिहास में खास स्थान रखता है, क्योंकि हमने केरल को अत्यधिक गरीबी से मुक्त करने वाला भारत का पहला राज्य बना दिया है। इस विधानसभा ने कई ऐतिहासिक कानूनों और नीतिगत घोषणाओं को देखा है। अब विधानसभा की यह बैठक 'नव केरल' के निर्माण में एक और मील का पत्थर साबित हो रही है।"

गरीबी

मुख्यमंत्री ने कहा- हमने जनता से किया वादा पूरा किया

मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "अत्यधिक गरीबी को मिटाना, उन अहम फैसलों में से एक था, जो 2021 में नई सरकार के शपथ लेने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में लिया गया था। यह उस महत्वपूर्ण वादे को पूरा करने की दिशा में पहला कदम भी था, जो विधानसभा चुनाव के दौरान जनता से किया गया था।" मुख्यमंत्री विजयन ने 25 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर भी इस संबंध में कई जानकारियां दी थीं।

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विपक्ष

विपक्ष ने उठाए सवाल

कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) ने मुख्यमंत्री के दावे को धोखाधड़ी करार दिया और विरोध में विशेष सत्र का बहिष्कार किया। केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने कहा कि नियम 300 के तहत मुख्यमंत्री का बयान गलत और सदन के नियमों के खिलाफ है। सतीशन ने कहा, "इसलिए हम सत्र में शामिल नहीं हो सकते और सत्र का पूरी तरह से बहिष्कार कर रहे हैं।"

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प्लस

न्यूजबाइट्स प्लस

गरीबी रेखा आय या उपभोग का वो न्यूनतम स्तर है, जो निर्धारित करता है कि कोई व्यक्ति भोजन और आवास जैसी अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा कर सकता है या नहीं। इस रेखा के नीचे आने वाले लोगों को गरीबी रेखा से नीचे (BPL) माना जाता है। वहीं, जो लोग बुनियादी जरूरतों जैसे भोजन, पानी, कपड़े और आवास की जरूरतों को भी पूरा नहीं कर सकते हैं तो वे अत्यधिक गरीब की श्रेणी में आते हैं।

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