नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़, चश्मदीदों ने क्या बताया?
क्या है खबर?
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बीती रात भगदड़ मचने से 18 लोगों की मौत हो गई है और करीब 25 लोग घायल हुए हैं। मृतकों में 14 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल हैं।
रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख और घायलों को 2.5 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है। बताया जा रहा है कि कुंभ के चलते भीड़ और प्लेटफॉर्म बदलने की वजह से भगदड़ मची है।
आइए जानते हैं चश्मदीदों ने क्या बताया।
कुली
कुली ने कहा- कभी इतनी भीड़ नहीं देखी
स्टेशन पर मौजूद एक कुली ने कहा, "मैं 1981 से काम कर रहा हूं, लेकिन पहले कभी इतनी भीड़ नहीं देखी। प्रयागराज स्पेशल को प्लेटफॉर्म नंबर 12 से रवाना होना था, लेकिन इसे प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर कर दिया गया। जब भीड़ ने प्लेटफॉर्म 16 पर जाने की कोशिश की, तो लोग एस्केलेटर और सीढ़ियों पर गिर गए। हमने कम से कम 15 को उठाया। शवों को एंबुलेंस में डाला। प्लेटफॉर्म पर केवल जूते और कपड़े बचे थे।
यात्री
यात्री ने कहा- स्टेशन पर जबरदस्त भीड़ थी
भगदड़ में अपनी मां को खोने वाले एक यात्री ने आज तक से कहा, "हम लोग छपरा जा रहे थे। लोग एक-दूसरे को धक्का दे रहे थे। भगदड़ में मेरी मां की मौत हो गई। डॉक्टर ने पुष्टि की है कि मेरी मां की मौत हो गई है।"
धर्मेंद्र सिंह नामक एक अन्य यात्री ने कहा, "मैं प्रयागराज जा रहा था। स्टेशन पर जबरदस्त भीड़ थी। मेरे सामने 6 से 7 लोगों को स्ट्रेचर पर ले गए।"
बयान
स्लीपर टिकट वाले भी चढ़ नहीं पाए- यात्री
आज तक से बात करते हुए प्रमोद चौरसिया नाम के एक यात्री ने भगदड़ की जानकारी देते हुए कहा, "मेरे पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के लिए स्लीपर श्रेणी का टिकट था, लेकिन कन्फर्म टिकट वाले भी ट्रेन में नहीं चढ़ पाए। मेरे एक दोस्त और एक महिला यात्री भीड़ में फंस गए थे।बहुत ज्यादा धक्का-मुक्की हुई। हम जैसे-तैसे अपने बच्चों के साथ बाहर इंतजार कर सुरक्षित रहने में कामयाब रहे।"
महिला का बयान
शख्स बोला- परिजनों को जाने से मना किया था
न्यूज18 से बात करते हुए बिहार की रहने वाली बबीता ने बताया कि भगदड़ के बाद उनके माता-पिता और बेटी लापता हैं।
उन्होंने बताया कि तीनों की तलाश में वे अपने 2 मासूम बच्चों के साथ मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज भी पहुंची, लेकिन परिजनों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली।
भगदड़ में अपनी मां को खो चुके अमन गिरी ने बताया कि उन्होंने भीड़ को देखते हुए परिजनों को कुंभ जाने से मना किया था, लेकिन वे नहीं माने।