मेहुल चोकसी के भारत प्रत्यर्पण के लिए डोमिनिका गई है आठ सदस्यों वाली विशेष टीम- रिपोर्ट
भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी को भारत लाने के लिए एक विशेष टीम डोमिनिका गई हुई है। यह टीम 28 मई को डोमिनिका पहुंची थी और बुधवार को होने वाली सुनवाई के दौरान वहां की अदालत में मौजूद रहेगी। टीम में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI), प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के कुल आठ अधिकारी शामिल हैं। इस टीम के साथ मेहुल चोकसी के भारत प्रत्यर्पण के कागज और एक जेट विमान डोमिनिका भेजा गया है।
क्यूबा जाते समय गिरफ्तार हुआ था चोकसी
PNB घोटाले के लिए भारत में वांछित मेहुल चोकसी पिछले कुछ साल से एंटीगुआ में रह रहा है और बीते सोमवार को वह यहां से भी गायब हो गया था। दो दिन बाद उसे डोमिनिका में गिरफ्तार किया गया था। कहा गया था कि वह नाव के जरिए एंटीगुआ से डोमिनिका पहुंचा था और यहां से क्यूबा भागने की फिराक में था। हाल ही में उसका फोटो भी आया था जिसमें उसके चेहरे पर चोट के निशान देखे गए थे।
IPS अधिकारी शारदा राउत टीम की अहम सदस्य
NDTV के अनुसार, IPS अधिकारी शारदा राउत इस टीम की अहम सदस्य हैं। वो मुंबई में CBI की बैंकिंग धोखाधड़ी को देखने वाली ब्रांच की प्रमुख हैं। राउत ही पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले की जांच कर रही हैं। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि अगर सब कुछ उम्मीद के मुताबिक रहा तो यह टीम मेहुल चोकसी को लेकर ही भारत लौटेगी। हालांकि, इसमें कई कानूनी अड़चनें आ सकती हैं।
बुधवार तक लगी है चोकसी के प्रत्यर्पण पर रोक
सूत्रों ने बताया कि अगर भारत चोकसी के प्रत्यर्पण में सफल रह पाता है तो उसे दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरते ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। भारत ने इस टीम के साथ कुछ दस्तावेज भेजे हैं ताकि यह पुष्टि की जा सके कि मेहुल चोकसी सच में भगोड़ा है। फिलहाल डोमिनिका की एक अदालत ने बुधवार तक चोकसी के प्रत्यर्पण पर रोक लगा रखी है। कल इस मामले में अगली सुनवाई होनी है।
चोकसी के वकील बोले- भारत प्रत्यर्पित नहीं किया जा सकता
बुधवार को होने वाली सुनवाई में यह आठ सदस्यीय टीम मौजूद रहेगी और इस आधार पर चोकसी के प्रत्यर्पण की मांग करेगी कि वो भारत का नागरिक है। हालांकि, चोकसी के वकील का कहना है कि उनका मुवक्किल भारतीय नागरिक नहीं है और उसे कानूनी तौर पर भारत प्रत्यर्पित नहीं किया जा सकता। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि चोकसी को बलपूर्व डोमिनिका लाया गया था। बता दें कि चोकसी के पास एंटीगुआ की नागरिकता है।
चोकसी को वापस नहीं लेना चाहता एंटीगुआ
एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन चोकसी को सीधे भारत भेजने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि डोमिनिका चोकसी को सीधे भारत भेजने पर विचार करे। एक भगोड़े को पकड़ने के लिए देशों का सहयोग पूरी तरह से स्वीकार्य है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है और अगर उसे एंटीगुआ भेजा गया तो उसे नागरिक होने के नाते कानूनी और संवैधानिक हक मिलेंगे।