स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज पहुंचें वडोदरा, सैन्य विमानों के निजी संयंत्र का किया उद्घाटन
स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज सोमवार को गुजरात के वडोदरा पहुंचे। उन्होंने यहां भारतीय वायु सेना के लिए C295 मध्यम-लिफ्ट सामरिक परिवहन विमान के फाइनल असेंबली लाइन (FAL) संयंत्र का उद्घाटन किया। वडोदरा में यह संयंत्र भारत का पहला निजी सैन्य परिवहन विमान उत्पादन संयंत्र है, जो टाटा एडवांस्ड सिस्टम लिमिटेड (TASL) और एयरबस डिफेंस एंड स्पेस (एयरबस DS) के बीच साझेदारी है। भारतीय वायुसेना के पुराने एवरो बेड़े को बदलने के लिए भारत 56 C295 विमान खरीदेगा।
40 विमानों का निर्माण वडोदरा में होगा
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, एयरबस स्पेन के सेविले में अपने FLA से पहले उड़ान भरने के लिए पहले से तैयार 16 विमान देगा। बाकी 56 में से 40 विमानों का निर्माण और संयोजन TASL वडोदरा संयंत्र में होगा। विमानों की डिलीवरी 2031 तक होगी। रक्षा मंत्रालय और एयरबस DS ने 56 C295 की आपूर्ति के लिए लगभग 20,000 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। स्पेन अब तक 6 विमान वितरित कर चुका है।
क्या है खासियत?
C295 का छोटी या बिना तैयारी वाली हवाई पट्टियों से संचालन किया जा सकता है। इसका उपयोग 71 सैनिकों या 50 पैराट्रूपर्स के सामरिक परिवहन के लिए और ऐसे स्थानों पर रसद कार्यों के लिए किया जाता है, जो मौजूदा में भारी विमानों के लिए पहुंच योग्य नहीं हैं। यह पैराट्रूपर्स और लोड को एयरड्रॉप कर सकता है और इसका उपयोग हताहत या चिकित्सा निकासी (मेडिकेवैक) के लिए किया जा सकता है।
28 से 30 अक्टूबर की यात्रा पर होंगे स्पेन के प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री पेड्रो पत्नी बेगोना गोमेज के साथ 28-30 अक्टूबर तक भारत दौरे पर हैं, जो 18 साल बाद किसी स्पेनिश प्रधानमंत्री का पहला दौरा है। वडोदरा में उनका स्वागत रोड शो से हुआ। लक्ष्मी विलास पैलेस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता होगी।
रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और पेड्रो
क्या बोले स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो?
वडोदरा में स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो ने परियोजना के उद्घाटन पर कहा, "आज हम यह भी देख रहे हैं कि कैसे 2 प्रतिष्ठित कंपनियों के बीच एक असाधारण परियोजना वास्तविकता बन जाती है। प्रधानमंत्री मोदी, यह आपके विज़न की एक और जीत है। एयरबस और टाटा के बीच यह साझेदारी भारतीय एयरोस्पेस उद्योग की प्रगति में योगदान देगी और अन्य यूरोपीय कंपनियों के आगमन के लिए नए द्वार खोलेगी। टाटा शायद भारतीय औद्योगिक शक्ति का सबसे अच्छा प्रतिपादक है।"