भारतीय वायुसेना की मिसाइल स्क्वाड्रन की पहली महिला कमांडिंग ऑफिसर बनीं शालिजा, पंजाब सीमा पर तैनाती
क्या है खबर?
ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी भारतीय वायुसेना की मिसाइल स्क्वाड्रन की पहली महिला कमांडिंग ऑफिसर बन गई हैं। उनकी तैनाती पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में होगी।
शालिजा के पास देश की पहली महिला फ्लाइट कमांडर बनने का भी तमगा है। उन्हें उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस पर चेतक हेलीकॉप्टर यूनिट में फ्लाइट कमांडर का पद संभालने की जिम्मेदारी दी गई थी।
वायुसेना में शालिजा धामी चेतक और चीता हेलीकॉप्टर उड़ाती रही हैं। उनके नाम कई रिकॉर्ड्स दर्ज हैं।
अवसर
शालिजा को 2,300 से अधिक घंटे उड़ान भरने का अनुभव
शालिजा धामी पंजाब के लुधियाना की रहने वाली हैं और उनकी पढ़ाई भी वहीं से हुई है। शालिजा का एक बेटा भी है, जिसकी उम्र करीब 12 साल है। शालिजा बचपन से ही पायलट बनना चाहती थीं।
शालिजा को 2,300 से अधिक घंटे तक उड़ान भरने का अनुभव है।
बता दें कि 1994 में भारतीय वायुसेना में भर्ती हुईं शालिजा धामी को पहले नॉन कॉम्बैट भूमिका दी गई थी, बाद में संघर्ष के बाद उनको कॉम्बैट भूमिका मिली।