दिल्ली: दंगों के दौरान पुलिस के सामने फायरिंग करने वाला शाहरूख गिरफ्तार
पिछले हफ्ते उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के दौरान पुलिस के सामने गोली चलाने वाले शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया गया है। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एक टीम ने उसे आज उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया। शाहरुख के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे जिसमें उसने लाल टी-शर्ट पहनी हुई थी और लाठी लेकर खड़े एक पुलिसकर्मी के सामने गोली चला रहा था। इन दंगों में 47 लोगों की मौत हो चुकी है।
शाहरूख ने की थी आठ राउंड फायरिंग
वीडियो में लाल टी-शर्ट पहने 33 वर्षीय शाहरूख को बंदूक तानकर पुलिसकर्मी की तरफ बढ़ते हुए देखा जा सकता है। इस दौरान वो पुलिसकर्मी के बिल्कुल पास आ जाता है और उसे धक्का भी मारता है। इस दौरान शाहरूख पुलिसकर्मी पर तो गोली नहीं चलाता लेकिन दूसरी तरफ फायर जरूर करता है। खबरों के अनुसार, शाहरूख ने पुलिस के सामने करीब आठ राउंड फायरिंग की। ये घटना जाफराबाद के पास की है।
देखें कैसे शाहरूख ने पुलिस के सामने चलाई गोली
पहले भी आई थी गिरफ्तारी की खबर
बता दें कि इससे पहले भी शाहरुख को गिरफ्तार किए जाने की खबर आई थी, लेकिन ये गलत निकली। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्थानीय पुलिस और वरिष्ठ अधिकारियों के बीच तालमेल की कमी का फायदा उठाकर शाहरूख मौके से भागने में कामयाब रहा था। एक अधिकारी ने बताया था कि पुलिस दंगा रोकने में व्यस्त थी और शाहरुख ने मौके का फायदा उठाते हुए अरविंद नगर स्थित अपने घर को ताला लगाया और परिवार के साथ फरार हो गया।
शाहरुख के नाम को लेकर पैदा हुआ था भ्रम
इस बीच शाहरुख की पहचान को लेकर भी भ्रम पैदा हुआ था और सोशल मी़डिया पर उसका नाम अनुराग मिश्रा होने का दावा किया था। हालांकि पुलिस ने इस भ्रम को दूर करते हुए उसका नाम शाहरूख होने की पुष्टि की।
नशीले पदार्थों का अवैध धंधा करते हैं शाहरूख के पिता
पुलिस के अनुसार, शाहरूख के पिता स्थानीय इलाकों में नशीले पदार्थों का अवैध धंधा करते हैं और कई बार गिरफ्तार हो चुके हैं। इस कारण वो पुलिस लगातार उन पर नजर रखती है। उसका परिवार जेल में बंद अपराधी छेनू पहलवान का रिश्तेदार है। वहीं उसके एक दोस्त ने बताया था कि शाहरुख को बॉडी बिल्डिंग का शौक है और उसके पिता कुछ दिन पहले ही नशीले पदार्थों की तस्करी से संबंधित एक मामले में जेल से बाहर आए थे।
दंगों में अब तक 47 लोगों की मौत
उत्तर-पूर्व दिल्ली के कई इलाकों में 24 से 26 फरवरी तक लगातार तीन दिन दंगे हुए थे। इन दंगों में अब तक 47 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि लगभग 400 घायल हुए हैं। मरने वालों में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतनलाल भी शामिल हैं। इस दौरान संपत्ति का भी भारी नुकसान हुआ और दंगाइयों ने घरों, दुकानों और वाहनों समेत जो भी आगे आया, उसमें आग लगा दी। एक पेट्रोल पंप को भी आग लगाई गई थी।