जम्मू-कश्मीर: पुलिस ने हिजबुल मजुाहिद्दीन से जुड़े सात संदिग्ध लोगों को किया गिरफ्तार
क्या है खबर?
आतंक और आतंकवादियों से प्रभावित जम्मू-कश्मीर में शनिवार को पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।
पुलिस ने एक सर्च ऑपरेशन के दौरान शोपियां जिले के अलग-अलग इलाकों से आतंकी संगठन हिजबुल मजुाहिद्दीन के लिए काम करने वाले सात आतंकियों (ओवर ग्राउंड वर्कर) को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने तलाशी में गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकियों के पास से आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।
प्रकरण
पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर की थी कार्रवाई
शोपियां पुलिस ने बताया कि आतंकियों के जिन सहयोगियों को गिरफ्तार किया है उनमें से तीन की पहचान उनमें मीमेंडर निवासी समीउल्ला फारूक चोपन, दाचीपुरा निवासी हिलाल अहमद वानी और रमीज वानी के रूप में हुई है। शेष की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि क्षेत्र में हिजबुल के सहयोगियों के सक्रिय होने की गुप्त सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस ने लाइके पर सर्च अभियान चलाकर सातों संदिग्धों को दबोच लिया।
बरामद
संदिग्धों के पास मिला हैंड ग्रेनेड और 105 राउंड गोलियां
पुलिस ने बताया कि संदिग्धों ने हिजबुल मजुाहिद्दीन के ओवर ग्राउंड वर्कर होने की बात स्वीकार कर ली है। उनके पास से एक हैंड ग्रेनेड और 105 राउंड गोलियां मिली हैं। संदिग्धों के पास इतनी मात्रा में गोलियां मिलना बड़ी बात है। ऐसे में अब उनसे आतंकी संगठन की योजनाओं के बारे में पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि संदिग्धों से गहन पूछताछ कर क्षेत्र में कार्यरत संगठन के अन्य सदस्यों का पता लगाया जा रहा है।
जानकारी
क्या होते हैं ओवर ग्राउंड वर्कर?
ओवर ग्राउंड वर्कर किसी भी आतंकी संगठन के लिए आम लोगों के बीच रहकर क्षेत्र में हमले की पृष्ठभूमि को तैयार करते हैं। इसके अलावा वह आतंकियों तक सेना की जानकारी पहुंचाते हैं और आतंकियों ने रहने, खाने और हथियारों का इंतजाम करते हैं।
अन्य
सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को भी एक आतंकी को किया था गिरफ्तार
बता दें कि पुलिस और CRPF के जवानों ने शुक्रवार को भी सर्च अभियान चलाकर डोडा जिले के बखेरियन गांव से एक आतंकी को गिरफ्तार किया था। आतंकी के पास तीन चीनी पिस्टल, पांच मैग्जीन और 15 जिंदा कारतूस बरामद हुए थे।
आतंकी की पहचान फिरदौस अहमद के नाम से हुई थी। उसे स्थानीय निवासी के यहां से दबोचा गया था। उससे गहन पूछताछ जारी है। बता दें कि सेना ने आतंकियों की धरपकड़ के लिए अभियान चला रखा है।
मुठभेड़
सुरक्षा बलों ने गुरुवार को मार गिराए थे दो आतंकी
इससे पहले गत 11 मार्च को सुरक्षा बलों ने अनंतनाग जिले में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकवादियों को मार गिराया था।
सेना के अधिकारी ने बताया था कि सर्च अभियान के दौरान आतंकियों की मौजूदगी का पता लगने पर उन्हें समर्पण का मौका दिया गया था, लेकिन उन्होंने सुरक्षा बल पर गोलीबारी कर दी जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।
उन्होंने बताया कि करीब दो घंटे की मुठभेड़ के बाद दोनों आतंकियों को मार गिराया।