जम्मू-कश्मीर: इस साल 44 आतंकी कमांडर ढेर, अब आतंक का इकोसिस्टम किया जाएगा नष्ट- DGP
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने कहा है कि इलाके में कोई भी आतंकी कमांडर नहीं है और स्थानीय लोगों की मदद से आतंकवाद 'निम्नतम स्तर' पर पहुंच चुका है। उन्होंने बताया कि इस साल 44 आतंकी कमांडरों को ढेर कर दिया गया है।
पत्रकारों से बात करते हुए सिंह ने कहा कि अब कोई कमांडर नहीं बचा है। 44 कमांडरों को इस साल मार गिराया गया है और अब शीर्ष कमांडरों की तलाश है।
बयान
एक जिले को छोड़कर जम्मू से आंतक का सफाया- सिंह
जम्मू क्षेत्र में आतंकवाद के बढ़ते खतरे के बारे में पूछने पर सिंह ने कहा कि एक को छोड़कर जम्मू के हर जिले से आतंकवाद का सफाया कर दिया गया है। एक जिले में 3-4 आतंकी है और उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। ऐसा कोई दिन नहीं होता, जब कोई मॉड्यूल सामने नहीं आता और पुलिस उसे निष्क्रिय नहीं कर देती।
उन्होंने कहा कि पुलिस सुरक्षाबलों के साथ मिलकर पाकिस्तान की साजिशों को नाकाम कर रही है।
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आतंक की मदद करने वाले इकोसिस्टम को किया जाएगा खत्म- सिंह
जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिदेशक (DGP) सिंह ने कहा कि अब उस इको सिस्टम का सफाया करने के लिए काम किया जा रहा है, जो कश्मीर में आतंकवाद को समर्थन देता है। जो बंदूक उठा रहे हैं, उन्हें तुरंत खत्म किया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा, "हमारे पास आबादी के बड़े तबके का समर्थन है, जिनमें युवा भी शामिल है और इसी वजह से आतंकवाद कम हुआ है और जो बचा है, उसे भी जल्द खत्म कर दिया जाएगा।"
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"युवाओं की हो रही काउंसलिंग"
सिंह ने कहा, "जितना जरूरी है, हम उससे ज्यादा सक्रिय हैं। सुरक्षाबलों के साथ मिलकर पुलिस पाकिस्तान की भारत में माहौल बिगाड़ने की साजिश को नाकाम कर रही है। जो आतंकवाद से जुड़ने की सोच रहे हैं, वो बंदूक उठाने से पहले कई बार सोचते हैं। आतंकवाद अपने निम्नतम स्तर पर पहुंच गया है। हम युवाओं की काउंसलिंग कर रहे हैं और उन्हें बता रहे हैं कि पाकिस्तानी एजेंसियों की वजह से पिछले 30 सालों में बहुत खून बहा है।"
कामयाबी
घाटी में भी कम हुई सक्रिय आतंकियों की संख्या
TOI की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल दिसंबर की तुलना में इस साल जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों की संख्या कम हुई है। दिसंबर, 2021 में यहां 184 सक्रिय आतंकी थे, जो इस साल कम होकर 135 रह गए हैं।
इस गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण स्थानीय युवाओं का आतंकी संगठनों में भर्ती न होना माना जा रहा है। पिछले साल घाटी में 99 स्थानीय आतंकी सक्रिय थे, जो अब 53 रह गए हैं।
जम्मू-कश्मीर
इस साल ढेर हुए 174 आतंकवादी
गृह मंत्रालय के अनुसार, इस साल नवंबर की शुरुआत तक घाटी में 176 आतंकियों को ढेर किया गया था। इनमें से 126 स्थानीय और 50 विदेशी आतंकी थे।
मरने वाले आतंकियों में से अधिकतर लश्कर-ए-तैयबा, द रजिस्टेंस फोर्स, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिद्दीन से जुड़े हुए थे।
इस साल घाटी के कुपवाड़ा, गांदरबल, बांदीपोरा, बारामूला और अनंतनाग जिले से इस साल एक भी युवा आतंकी संगठनों में नहीं गया है, जिसके कारण विदेशी आतंकियों की संख्या ज्यादा हो गई है।