लखनऊ: किसान आंदोलन और त्योहारों को देखते हुए 8 नवंबर तक धारा 144 लागू
लखीमपुर खीरी की घटना के बाद किसान आंदोलन ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। इसे देखते हुए लखनऊ पुलिस ने शहर में पाबंदियों का ऐलान किया है। उत्तर प्रदेश की राजधानी में 8 नवंबर तक धारा 144 लागू कर दी गई है। आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि विरोध प्रदर्शनों और त्योहारी सीजन को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। बता दें कि लखीमपुर खीरी में एक गाड़ी ने किसानों को कुचल दिया था।
तात्कालिक प्रभाव से लागू हुई धारा 144
मंगलवार को जारी आदेश में कहा गया था कि तात्कालिक प्रभाव से लखनऊ में धारा 144 लागू की जाती है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने, कई प्रवेश परीक्षाओं और किसान आंदोलन को देखते हुए और आगामी त्योहारों के दौरान कोविड प्रोटोकॉल के पालन के लिए यह 8 नवंबर तक लागू रहेगी। बता दें कि 7-14 अक्टूबर तक नवरात्रि है, 15 अक्टूबर को दशहरा, 19 अक्टूबर को ईद, 4 नवंबर को दिवाली और 6 नवंबर को भाई दूज का त्यौहार है।
विधानसभा के पास प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं
आदेश में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के एक किलोमीटर के दायरे में ट्रैक्टर, बैलगाड़ी, घोड़ागाड़ी, गैस सिलेंडर, ज्वलनशील पदार्थ और किसी भी प्रकार के हथियार ले जाने पर पाबंदी रहेगी। विधानसभा के पास प्रदर्शन करने की भी इजाजत नहीं है। इसके अलावा विधानसभा और सरकारी कार्यालयों के एक किलोमीटर के दायरे में ड्रोन के जरिये शूटिंग पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। अगर कोई ड्रोन इस्तेमाल करना चाहता है तो उसे इसके लिए विशेष अनुमति लेनी होगी।
कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील
धारा 144 लागू होने के बाद एक जगह पांच से अधिक लोग इकट्ठा नहीं हो सकेंगे। आदेश में लोगों से कोरोना महामारी से बचाव के लिए सावधानी बरतने को कहा गया है। साथ ही कोरोना से बचाव के लिए सरकार की तरफ से जारी होने वाली गाइडलाइंस के पालन की अपील की गई है। कंटेनमेंट जोन से बाहर स्थित रेस्टोरेंट, होटल, जिम, खेल के मैदान, सिनेमाघर और मल्टीप्लेक्स 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालित हो सकेंगे।
उत्तर प्रदेश में संक्रमण और वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के 17,09,893 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 153 सक्रिय मामले हैं, 16,86,844 लोग महामारी को हराकर ठीक चुके हैं और 22,896 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। वहीं राज्य में वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक 11,17,34,253 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। उत्तर प्रदेश में 8,90,47,649 लोगों को पहली और 2,26,86,604 लोगों को दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं।