कोरोना: दूसरी लहर के बाद सैनिटाइजर और इम्यूनिटी बूस्टर्स की बिक्री में 50 प्रतिशत की कमी
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के प्रकोप के दौरान रिकॉर्ड मात्रा में बिकने वाले सैनिटाइजर और इम्यूनिटी बूस्टर्स (मल्टी विटामिन) की बिक्री में अब तेजी से कमी आ रही है।
महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप कम होने के कारण पिछले महीने देश में इन की बिक्री में 50 प्रतिशत तक की कमी आ गई है।
इससे जाहिर हो रहा है कि अब लोगों को कोरोना महामारी का डर कम हो रहा है और वह बेफिक्र होने लगे हैं।
गिरावट
इस तरह से आई है गिरावट
न्यूज 18 के अनुसार, देश में 9.5 लाख से अधिक मेडिकल दुकानों का नेतृत्व करने वाली ऑल इंडिया ऑर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (AIOCD) ने सैनिटाइजर और इम्यूनिटी बूस्टर्स की बिक्री पर अध्ययन किया है।
इसके अनुसार कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान यानी मई के महीने में हैंड सैनिटाइजर की बिक्री 77.5 करोड़ रुपये की थी, लेकिन अगस्त में यह बिक्री 40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 47 करोड़ रुपये पर आ गई।
इजाफा
मई में सैनिटाइजर की बिक्री में हुआ था 400 प्रतिशत का इजाफा
AIOCD के आंकड़ों से पता चलता है कि मई 2020 की तुलना में मई 2021 में महामारी की दूसरी लहर के प्रकोप के कारण सैनिटाइजर की बिक्री में 400 प्रतिशत से अधिक का इजाफा हुआ था।
इसका कारण था कि पिछले साल मई में कोरोना संक्रमितों की अधिकतम संख्या करीब 43,000 थी, लेकिन इस साल यह संख्या 4,14,188 पर पहुंच गई थी। ऐसे में लोगों ने डर और महामारी से बचाव के लिए सैनिटाइजर का अधिक उपयोग किया।
जानकारी
सितंबर 2020 में 2,400 प्रतिशत बढ़ी थी सैनिटाइजर की बिक्री
आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल सितंबर में महामारी की पहली लहर के दौरान देश में सबसे अधिक संक्रमण के मामले सामने आए थे। उसके चलते देश में सैनिटाइजर की बिक्री में 2,400 प्रतिशत से अधिक का इजाफा हुआ था, लेकिन बाद में कम हो गया।
सबसे ज्यादा
हिमालया का प्योर हैंड्स सैनिटाइजर बिका सबसे अधिक
AIOCD के आंकड़ों के अनुसार, हिमालया का प्योर हैंड्स सबसे ज्यादा बिकने वाला सैनिटाइजर ब्रांड है।
मार्च 2019 में इसका राजस्व 2.2 करोड़ रुपये था जो मार्च 2020 में बढ़कर 3.3 करोड़ रुपये पहुंच गया। सितंबर में मामलों में तेजी से इजाफा होने के बाद इसकी बिक्री 49.3 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
इसी तरह मई 2021 में यह ग्राफ 59.1 करोड़ पर पहुंच गया था, लेकिन अगस्त में यह गिरकर 33.9 करोड़ पर आ गया है।
मल्टी विटामिन
मल्टी विटामिन की बिक्री में भी आई 50 प्रतिशत प्रतिशत की कमी
मल्टी विटामिन की भी बिक्री में इतनी ही गिरावट दर्ज की गई है। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए भारतीयों ने 2020 में विटामिन सी की खुराक की 185 करोड़ से अधिक गोलियां खरीदी थी, जो 2019 की तुलना में 100 प्रतिशत से अधिक थी।
लोगों में यह प्रवृत्ति 2021 में भी जारी रही, लेकिन जैसे-जैसे दूसरी लहर का प्रकोप कम हुआ तो इसमें गिरावट आने लग गई। वर्तमान में मल्टीविटामिन की बिक्री में 50 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।
गिरावट
इस तरह से घटी मल्टी विटामिन की बिक्री
AIOCD के आंकड़ों के अनुसार, 2020 में मल्टीविटामिन की बिक्री में तेजी से वृद्धि हुई थी। उसका कारण था कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना एक चलन बन गया था।
सितंबर में जारी इसकी रिपोर्ट में कहा गया है कि जून 2020 में लगभग 92 प्रतिशत मेडिकल बिलों में कम से कम एक इम्युनिटी बूस्टर (न्यूट्रास्युटिकल या आयुष उत्पाद) था, लेकिन अगस्त में यह बड़ी गिरावट के साथ 31 प्रतिशत पर आ गया।
जानकारी
घटते मामले और बढ़ता वैक्सीनेशन है गिरावट का कारण
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, देश में कम होते संक्रमण के मामले और तेजी से बढ़ती वैक्सीनेशन की रफ्तार सैनिटाइजर और इम्यूनिटी बूस्टर्स की बिक्री में गिरावट का कारण है। देश में मंगलवार को 209 दिन में सबसे कम 18,346 नए मामले सामने आए हैं।
बयान
कम होते डर के कारण बिक्री में आई गिरावट- सपले
AIOCD-AWACS में अध्यक्ष (विपणन) शीतल सपले ने कहा कि महामारी के प्रकोप के शुरुआती दिनों में लोगों में देखी गई घबराहट और डर अब कम हो रहा है। पहली और दूसरी लहर के दौरान सैनिटाइजर और मल्टी विटामिन की बिक्री बढ़ गई थी, लेकिन दूसरी लहर का प्रकोप कम होने के साथ इसमें गिरावट आ गई है।
उन्होंने कहा लोगों के अधिक सावधानी बरतने और वैक्सीनेशन की तेज रफ्तार के कारण अब लोगों में महामारी डर कम हो गया है।
मास्क
सैनिटाइजर और मास्क की ऑनलाइन बिक्री में भी आई कमी- वर्मा
एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म में उत्पाद श्रेणी के उपाध्यक्ष प्रतीक वर्मा ने कहा कि अप्रैल और मई की तुलना में जून में सैनिटाइजर और मास्क की ऑनलाइन बिक्री में 40 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई थी।
उन्होंने कहा कि महामारी की दूसरी लहर के बाद कम होते मामले और वैक्सीनेशन की तेज रफ्तार से लोगों में हिम्मत बढ़ी है। ऐसे में सैनिटाइजर की बिक्री में लगातार गिरावट जारी है, जबकि मास्क की बिक्री में स्थिरता बनी हुई है।