
जयशंकर का कांग्रेस पर निशाना, बोले- पाकिस्तान को हमले के 30 मिनट बाद दी थी सूचना
क्या है खबर?
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस द्वारा उठाए जा रहे सवालों का जवाब सोमवार को मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति की बैठक में दिया।
CNN-न्यूज18 के मुताबिक, जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान पर हमले के संबंध में तथ्यों को बेईमानी से गलत तरीके से पेश किया गया, जबकि 'ऑपरेशन सिंदूर' से पहले भारत ने पाकिस्तान को सूचित नहीं किया था।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान को हमले के 30 मिनट बाद सूचित किया गया था।
बयान
PIB के बाद पाकिस्तान को भेजी गई थी सूचना- जयशंकर
जयशंकर ने कहा, "पाकिस्तान में सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) को हमले के 30 मिनट बाद ही सूचित किया गया, यहां तक कि प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) द्वारा पहली बार विज्ञप्ति जारी किए जाने के बाद भी।"
बताया जा रहा है कि जयशंकर की टिप्पणी बैठक में विपक्ष और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक के बाद आई।
समिति के सदस्यों ने जम्मू-कश्मीर के साथ पंजाब में भी आतंकवादी खतरों पर चिंता जताई है।
समर्थन
सिर्फ 3 देशों ने किया पाकिस्तान का समर्थन- जयशंकर
जयशंकर ने समिति को बताया कि केंद्र सरकार ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर पाकिस्तान द्वारा फैलाई गई किसी भी फर्जी खबर को दूर करने का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया है।
उन्होंने कहा कि दुनिया के 200 देशों में से केवल 3 देश (चीन, तुर्की और अजरबैजान) ने पाकिस्तान का समर्थन किया, जिसका स्पष्ट अर्थ है कि दुनिया ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई की सराहना की।
उन्होंने कहा कि भारत ने पहली बार उनके आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है।
समझौता
सिंधु जल समझौते पर क्या बोले जयशंकर?
जयशंकर ने सिंधु जल समझौते को लेकर कहा कि इसके कार्यान्वयन को लेकर भारत बेहद गंभीर है और इसका प्रभाव अगले कुछ दिनों में दिखाई देगा।
उन्होंने कहा कि इसमें कोई भ्रम नहीं है कि जब तक पाकिस्तान भारत को उकसाता रहेगा, तब तक 'ऑपरेशन सिंदूर' जारी रहेगा।
जयशंकर ने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) और आतंकवाद को छोड़कर पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत नहीं होगी।
नियंत्रण
डोनाल्ड ट्रंप के बयानों पर जयशंकर ने कहा- कोई नियंत्रण नहीं
विदेश मंत्री ने समिति में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगातार भारत-पाकिस्तान मध्यस्थता और युद्ध रुकवाने के दावे पर कहा कि भारत का इस पर कोई नियंत्रण नहीं है।
उन्होंने कहा, "ट्रंप ने जो कहा, उस पर भारत का कोई नियंत्रण नहीं है, भारत और पाकिस्तान के बीच कोई भी मामला केवल द्विपक्षीय है।'
जयशंकर ने परामर्शदात्री समिति को बताया कि केवल DGMO से DGMO के बीच बातचीत हुई, इसमें कोई अमेरिकी हस्तक्षेप नहीं था।
विवाद
कांग्रेस ने क्या उठाया था सवाल?
पिछले दिनों जयशंकर ने एक मीडिया को दिए अपने बयान में कहा था कि पाकिस्तान पर हमले से पहले उनको सूचना दी गई थी, जिसको लेकर राहुल समेत कांग्रेस जयशंकर से जवाब मांग रही थी।
राहुल ने जयशंकर के बयान का हवाला देते हुए सवाल पूछा था कि भारत के पहले से सूचना देने से हमारे कितने जवान और लड़ाकू विमान को नुकसान पहुंचा था।
राहुल ने जयशंकर को 'जयचंद जयशंकर' की संज्ञा दी थी।