गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों आएंगे भारत, जानें क्या है तैयारी
गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों आज जयपुर से भारत की अपनी 2 दिवसीय यात्रा शुरू करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जयपुर में मैक्रों की अगवानी करेंगे। इसके बाद होटल ताज रामबाग पैलेस में दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक होगी। रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों देशों के बीच रक्षा, सुरक्षा, व्यपार, जलवायु परिवर्तन, स्वच्छ ऊर्जा समेत कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होगी। दोनों नेता जयपुर में करीब 6 घंटे तक रहेंगे।
मैक्रों और प्रधानमंत्री मोदी रोड शो करेंगे
विदेश मंत्रालय के अनुसार, फ्रांस के राष्ट्रपति आज दोपहर में करीब 2:30 बजे जयपुर हवाई अड्डे पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री मोदी करीब 5:30 बजे मैक्रों का स्वागत करेंगे और करीब 8:50 बजे दोनों नेता नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे। जयपुर में मैक्रों दोपहर 3:15 बजे मशहूर आमेर फोर्ट देखने जाएंगे जहां उनके सम्मान में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा दोनों नेता शाम 5:30 बजे जंतर मंत्र जाएंगे, जहां से सांगानेरी गेट तक दोनों रोड शो करेंगे।
मैक्रों के लिए जयपुर में क्या तैयारियां की गई हैं?
शाम 6:15 बजे दोनों नेता हवा महल जाएंगे, जहां मैक्रों जयपुर की स्पेशल मसाला चाय का लुत्फ उठाएंगे। यहां दोनों नेताओं के लिए हैंडीक्राफ्ट कियोस्क लगाए गए हैं, यहां मैक्रों सेवह ब्लू पॉटरी और फेमस जड़ाऊ हेंडीक्राफ्ट जैसी चीजें खरीद सकते हैं, जिसका भुगतान UPI से करेंगे। मैक्रों के लिए शाम 7:15 बजे होटल रामबाग पैलेस में रात्रीभोज का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता के दौरान महत्वपूर्ण समझौतों पर बातचीत होगी।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता अहम
रिपोर्ट के अनुसार, द्विपक्षीय वार्ता में फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ भारत की राफेल-एम लड़ाकू जेट और 3 स्कॉर्पियन पनडुब्बियों की प्रस्तावित खरीद पर चर्चा होगी। बता दें कि राष्ट्रपति मैक्रों 95 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल के साथ भारत आ रहे हैं। राष्ट्रपति 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह के बाद पेरिस लौट जाएंगे, परंतु प्रतिनिधि मंडल के सदस्य 29 जनवरी तक रुकने की संभावना है। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे।
मैक्रों ने आखिरी समय में किया था भारत का निमंत्रण स्वीकार
भारत ने पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को मुख्य अतिथि के तौर पर न्योता भेजा था। उन्होंने कहा कि वह किसी कारण नहीं आ सकेंगे जिसके बाद आखिरी समय में नई दिल्ली ने पेरिस फोन किया। मैक्रों ने गणतंत्र दिवस समारोह के लिए भारत का निमंत्रण स्वीकार किया, जो दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती को दर्शाता है। पिछले साल जुलाई में फ्रांस के बैस्टिल दिवस समारोह में प्रधानमंत्री मोदी सम्मानित अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे।