कोलकाता डॉक्टर की रेप-हत्या: 7 लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट शुरू, जानिए आरोपी ने क्यों दी सहमति
क्या है खबर?
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शनिवार को मुख्य आरोपी संजय रॉय सहित 7 लोगों का पॉलीग्राम टेस्ट शुरू कराया।
इससे पहले कोर्ट में सभी लोगों की सहमति ली गई थी। उस दौरान आरोपी ने रॉय ने सहमति देने के बाद रोते हुए खुद को बेगुनाह करार दिया था।
उसका कहना था कि शायद टेस्ट के बाद बेगुनाह साबित हो जाए।
बयान
आरोपी ने कोर्ट में क्या दिया बयान?
CBI ने जब पॉलीग्राफ टेस्ट की सहमति के लिए आरोपी रॉय सहित सभी 7 लोगों को पेश किया तो कोर्ट ने आरोपी से सहमति देने का कारण पूछा।
इस पर रॉय ने रोते हुए कहा, "मैं निर्दोष हैं। मैंने कोई अपराध नहीं किया है। मुझे फंसाया जा रहा है। ऐसे में शायद यह परीक्षण मुझे बेगुनाह साबित कर सकता है।"
बता दें कि पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए कोर्ट के अलावा संबंधित लोगों की भी सहमति बेहद जरूरी होती है।
टेस्ट
इन लोगों को किया जा रहा है पॉलीग्राफ टेस्ट
CBI ने कोर्ट से आरोपी रॉय के अलावा पूर्व प्रधानाचार्य डॉ संदीप घोष, मृतका के साथ वारदात की रात डिनर करने वाले 4 डॉक्टर और एक वॉलेंटियर का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की मांग की थी।
इन सब की अनुमति के बाद कोर्ट ने CBI को इसकी इजाजत दे दी थी।
CBI का मानना है कि इस टेस्ट के बाद काफी हद तक स्थिति स्पष्ट हो जाएगी और आरोपियों का भी पता चल सकेगा। अब सबको इसकी रिपोर्ट का इंतजार रहेगा।