राजनाथ की पाकिस्तान को चेतावनी- 1971 की गलती दोहराई तो समझ लेना PoK का क्या होगा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि वह 1971 की गलती दोहराने की कोशिश न करें। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) का क्या होगा, यह समझ लेना। कश्मीर मुद्दे को लेकर दोनों देशों के बीच में जारी तनाव के बीच उनका यह बयान काफी अहम माना जा रहा है। भारत सरकार पहले ही कह चुकी है कि अब वह पाकिस्तान से PoK पर ही बात करेगी।
PoK का क्या होगा, यह समझ लेना- राजनाथ सिंह
जयपुर में एक कार्यक्रम में बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, "बार-बार सुझाव दे चुका हूं पाकिस्तान को भी। 1971 में पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए थे, पाकिस्तान और बांग्लादेश बन गया था। मैंने कहा 1971 की गलती मत दोहराना, नहीं तो PoK का क्या होगा अच्छी तरह समझ लेना।" उन्होंने कहा कि भारत PoK के वजूद को स्वीकार नहीं करता। इसीलिए उसने जम्मू-कश्मीर विधानसभा में PoK के लिए 24 सीटें खाली रखी हैं।
यहां देखिये राजनाथ सिंह का पूरा बयान
PoK के वजूद को नहीं स्वीकार करता भारत- राजनाथ सिंह
राजनाथ ने कहा, "अगर पाकिस्तान के वजूद को हम स्वीकार करते हैं तो यह नहीं माना जाना चाहिए कि PoK के वजूद को भी हम स्वीकार करते हैं। हम उसके वजूद को स्वीकार नहीं करते क्योंकि पाकिस्तान ने उस पर जबरन कब्जा कर रखा है।"
आगे क्या होगा कुछ कहा नहीं जा सकता- राजनाथ
राजनाथ ने कहा कि पाकिस्तान लगातार आतंकवाद के जरिए भारत में अस्थिरता फैलाने की कोशिश में लगा है। उन्होंने कहा कि भारत ने बालाकोट में वहीं हमला किया, जहां आतंकवादियों को ट्रेनिंग दी जाती थी। भारत ने पाकिस्तान की सेना पर हमला नहीं किया। उन्होंने कहा, "हम लोगों ने पाकिस्तान की संप्रभुता को कोई चुनौती नहीं दी। इस हद तक हम लोगों ने सावधानी बरती है, लेकिन आगे भी इसी तरह चलता रहा तो कुछ कहा नहीं जा सकता।"
"अब केवल PoK पर बात होगी"
राजनाथ सिंह पिछले काफी समय से पाकिस्तान के खिलाफ मजबूत स्टैंड लिए हुए हैं। उन्होंने बीते महीने कहा था कि पाकिस्तान के साथ आगे जो भी बातचीत होगी, वो केवल पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) पर होगी। उन्होंने ये भी साफ किया कि जब तक पाकिस्तान अपनी जमीन से भारत विरोधी आतकंवाद खत्म नहीं करता, उससे बातचीत का कोई सवाल नहीं उठता। इसके अलावा उन्होंने साफ किया कि कश्मीर पर पाकिस्तान का कोई हक नहीं है।
राजनाथ ने दिए थे परमाणु नीति में बदलाव के संकेत
राजनाथ पिछले महीनेे भारत की परमाणु नीति पर भी बड़ा बयान दे चुके हैं। 16 अगस्त को पोखरन में उन्होंने कहा था, "आज तक हमारी परमाणु नीति 'नो फर्स्ट यूज' की रही है। भविष्य में क्या होगी, यह परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।" बता दें कि परमाणु संपन्न देश बनने के बाद भारत ने घोषित किया था कि एक जिम्मेदार देश होने के नाते वह अपने परमाणु हथियारों का किसी भी देश के खिलाफ 'पहले उपयोग' नहीं करेगा।