INS विराट विवादः पूर्व नौसेना अधिकारी बोले- युद्धपोत पर छु्ट्टियां मनाने नहीं गए थे राजीव गांधी
प्रधानमंत्री मोदी ने राजीव गांधी पर भारतीय नौसेना के युद्धपोत INS विराट को निजी टैक्सी की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था। मोदी के इस आरोप को नौसेना के कई पूर्व अधिकारियों ने झूठ बताया है। पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल रामदास ने कहा कि गांधी परिवार के लिए युद्धपोत तैनात नहीं किया गया था। वहीं उस समय INS विराट के कमांडिग ऑफिसर रहे विनोद पसरेचा ने कहा कि राजीव गांधी आधिकारिक काम के लिए युद्धपोत पर आए थे।
पूर्व नौसेना प्रमुख रामदास ने जारी किया यह बयान
रिटायर्ड एडमिरल रामदास ने अपने बयान में कहा कि राजीव गांधी आधिकारिक दौरे पर लक्षद्वीप गए थे। राजीव गांधी के साथ इस दौरे पर कोई विदेशी मौजूद नहीं था और इस दौरान किसी भी पार्टी का आयोजन नहीं किया गया। राजीव गांधी और सोनिया गांधी ने कई द्वीपों पर स्थानीय अधिकारियों से मिलने के लिए हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया था। प्रधानमंत्री की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नौसेना के कई गोताखारों को बंगाराम द्वीप पर भेजा गया था।
गांधी परिवार के निजी इस्तेमाल के लिए नहीं था कोई युद्धपोत
रामदास ने अपने बयान में आगे कहा कि गांधी परिवार के निजी इस्तेमाल के लिए किसी भी युद्धपोत को तैनात नहीं किया था। मेडिकल इमरजेंसी के लिए प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी के लिए वहां एक छोटा हेलिकॉप्टर तैनात था।
पूर्व नौसेना प्रमुख का बयान
'आदतन झूठे' हैं प्रधानमंत्री मोदी- कांग्रेस
प्रधानमंत्री मोदी पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने उन्हें 'आदतन झूठे' बताया है। कांग्रेस ने कहा कि उनके पास बेरोजगारी और नोटबंदी जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं है। कांग्रेस ने कहा कि पसरेचा के बयान से स्थिति स्पष्ट हो गई है।
INS विराट के कमांडिंग ऑफिसर ने कही यह बात
दिसंबर, 1987 में INS विराट के कमांडिग ऑफिसर रहे पूर्व वाइस एडमिरल विनोद पसरेचा ने NDTV को बताया कि राजीव गांधी वहां एक आधिकारिक दौरे पर आए थे। पसरेचा ने कहा कि राजीव गांधी आईलैंड डेवलेपमेंट अथॉरिटी की बैठक में शामिल होने के लिए लक्षद्वीप आए थे। उनके साथ सोनिया गांधी, उनके बेटे राहुल गांधी और कुछ IAS अधिकारी थे। उन्होंने कहा कि राजीव के साथ अमिताभ बच्चन या सोनिया गांधी के परिजन मौजूद नहीं थे।
राजीव गांधी के साथ कोई विदेशी नहीं था- रामदास
कांग्रेस नेता दिव्या बोलीं- सच के लिए सामने आए अमिताभ बच्चन
पूर्व IAS अधिकारी और लक्षद्वीप के प्रशासक रहे वजाहरत हबीबुल्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का आरोप गलत हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी को इस बारे में गलतफहमी है तो अमिताभ बच्चन से इस बारे में पूछा जा सकता है। मीडिया में आई कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमिताभ बच्चन भी उस छुट्टी पर राजीव गांधी के साथ थे। कांग्रेस सोशल मीडिया सेल की प्रमुख दिव्या स्पंदना ने अमिताभ बच्चन से सच के लिए सामने आने की अपील की है।
क्या थे प्रधानमंत्री मोदी के आरोप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों अपने भाषणों में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर जमकर हमला बोल रहे हैं। दिल्ली में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने राजीव गांधी पर भारतीय नौसेना के युद्धपोत INS विराट को निजी टैक्सी की तरह इस्तेमाल कर उसका अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब राजीव प्रधानमंत्री थे तब INS विराट समुद्री सुरक्षा के लिए तैनात था, लेकिन इसे गांधी परिवार को लेने के लिए भेजा गया।
राजीव गांधी के साथ उनके ससुरालजन- प्रधानमंत्री मोदी
दिल्ली में मोदी ने कहा कि राजीव गांधी अपने कुनबे के लोगों के साथ INS विराट युद्धपोत पर 10 दिनों तक छुट्टियां मनाने के लिए गए थे। ये लोग 10 दिनों तक एक द्वीप पर रहे और तब तक INS विराट वहीं रूका रहा। मोदी ने कहा कि छुट्टी मनाने वाले लोगों में राजीव के ससुराल के लोग भी शामिल थे। उन्होंने सवाल किया कि विदेशियों को INS पोत पर ले जाना राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं है।
गांधी परिवार की सेवा के लिए था हेलिकॉप्टर तैनात- प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गांधी परिवार जिस द्वीप पर छुट्टी मनाने गया था वहां उनके लिए सुविधाएं जुटाने का काम सरकार और भारतीय नौसेना के जवानों ने किया था। सेना का एक विशेष हेलिकॉप्टर उनकी सेवा में लगा रहा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वहां का पूरा प्रशासन इन लोगों के मनोरंजन का इंतजाम करता रहा। जब एक परिवार सर्वोच्च हो जाता है तब देश की सुरक्षा दांव पर लग जाती है।