राजीव गांधी हत्याकांड में दोषी नलिनी श्रीहरण ने जेल में की आत्महत्या की कोशिश
क्या है खबर?
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के जुर्म में सजा काट रही नलिनी श्रीहरण ने सोमवार रात को जेल में आत्महत्या करने का प्रयास किया।
पिछले 29 सालों से जेल में बंद नलिनी के वकील ने यह जानकारी दी है। नलिनी वेल्लोर के महिला जेल में बंद है।
उसके वकील पुंगालेंथी ने बताया कि पिछले 29 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है, जब नलिनी ने अपनी जान लेने की कोशिश की है।
घटना
जेल में दूसरी कैदियों के साथ हुआ था नलिनी का झगड़ा
इस घटना के बारे में इंडिया टूडे से बात करते हुए पुगालेंथी ने कहा कि जेल में नलिनी और दूसरी कैदियों के बीच झगड़ा हुआ था।
दूसरी कैदियों ने इस मामले की शिकायत जेलर से कर दी थी, जिसके बाद नलिनी ने आत्महत्या का प्रयास किया था।
पुगालेंथी ने कहा, "नलिनी ने पहले ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है, इसलिए हम इसकी असली वजह जानना चाहते हैं।"
गौरतलब है कि नलिनी और उसका पति, दोनों जेल में बंद हैं।
मांग
नलिनी को दूसरे जेल में शिफ्ट करने की मांग
वहीं जेल में बंद मुरुगन ने अपनी पत्नी नलिनी को वेल्लोर जेल से पुझल जेल में शिफ्ट करने की मांग की है।
पुगालेंथी ने कहा कि मुरुगन ने जेल से यह मांग की है और इसे जल्द ही अदालत के सामने रखा जाएगा।
गौरतलब है कि मुरुगन और नलिनी समेत सात लोगों को एक विशेष अदालत ने 21 मई, 1991 को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले दोषी करार देते हुए मौत की सजा सुनाई थी।
जानकारी
इन दोषियों की मौत की सजा को उम्रकैद में बदला गया
बाद में इन दोषियों की मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया गया। नलिनी और मुरुगन के अलावा एजी पेरारीवलन, संथन, जयकुमार, रविचंद्रन और रॉबर्ट पायस की सजा को उम्र कैद में बदला गया था।
मांग
बीते दिसंबर में पति-पत्नी ने की थी इच्छा मृत्यु की मांग
मुरुगन और नलिनी ने दिसंबर, 2019 में मद्रास हाई कोर्ट से इच्छा मृत्यु की मांग की थी।
उस समय नलिनी ने प्रधानमंत्री मोदी और हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र भेजकर जेल कर्मचारियों पर बुरा बर्ताव करने का आरोप लगाया और वेल्लोर जेल से शिफ्ट करने की मांग की थी।
उसी समय मुरुगन के पास फोन मिलने के बाद उसे एकांत कारावास में भेज दिया गया था। दोनों ने कोर्ट से इच्छा मृत्यु की मांग की थी।
राजीव हत्याकांड
बम धमाके में हुई थी राजीव की मौत
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में लिट्टे के आतंकवादियों ने आत्मघाती हमला कर हत्या कर दी थी। यहां राजीव गांधी एक चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे थे।
इसी दौरान लिट्टे की धनु नाम की सदस्य माला पहनाने का नाम पर राजीव के पास आई और बम धमाका कर दिया। इस हमलेे में राजीव समेत 18 लोगों की मौत हुई थी।
एक महीने के भीतर नलिनी और मुरुगन गिरफ्तार हो गए थे।