पत्रकार अमन चोपड़ा को गिरफ्तार करने नोएडा पहुंची राजस्थान पुलिस, जानें क्या है मामला

राजस्थान पुलिस की एक टीम टीवी पत्रकार अमन चोपड़ा को गिरफ्तार करने उत्तर प्रदेश के नोएडा पहुंच गई है। दो समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करने और धार्मिक भावनाएं आहत करने के मामले में उनके ऊपर गिरफ्तारी की ये तलवार लटक रही है। मामले से संबंधित FIR डूंगरपुर कोतवाली थाने में दर्ज है। चोपड़ा को पकड़ने के लिए हरसंभव जगह को खोजा जा रहा है, लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ कोई सफलता नहीं लगी है।
नोएडा स्थित एक प्राइवेट न्यूज चैनल में काम करने वाले अमन चोपड़ा ने राजस्थान के अलवर जिले के राजगढ़ में एक मंदिर को गिराए जाने पर टीवी डिबेट का आयोजन किया था। इस डिबेट में उन्होंने दिखाया था कि दिल्ली के जहांगीरपुरी में मस्जिद पर बुलडोजर चलने के जवाब में राजस्थान सरकार ने मंदिर को गिराया था। हालांकि उनकी ये बात तथ्यात्मक तौर पर सही नहीं थी और भाजपा शासित नगर निगम के निर्देश पर मंदिर को गिराया गया था।
इस डिबेट के मामले में राजस्थान में चोपड़ा के खिलाफ तीन FIR दर्ज की गई हैं। डूंगरपुर के अलावा बूंदी और अलवर में भी मामले में FIR दर्ज की गई हैं। इन तीनों FIR में चोपड़ा पर राजद्रोह, धार्मिक भावनाओं को आहत करने, दो समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करने और IT कानून की धाराएं लगाई गई हैं। मामले में चोपड़ा राजस्थान हाई कोर्ट भी पहुंचे जिसने उनके खिलाफ किसी भी कार्रवाई पर रोक लगा रखी है।
दरअसल, राजस्थान हाई कोर्ट ने अपने आदेश में बूंदी और अलवर में दर्ज FIR का ही जिक्र किया है और इसमें डूंगरपुर में दर्ज FIR का कोई जिक्र नहीं किया गया है। इसका मतलब बूंदी और अलवर के मामलों में उनकी गिरफ्तारी पर रोक है, लेकिन डूंगरपुर में दर्ज मामले में उनकी गिरफ्तारी पर कोई रोक नहीं है। राजस्थान पुलिस के अनुसार, डूंगरपुर की एक स्थानीय कोर्ट ने चोपड़ा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
डूंगरपुर के पुलिस प्रमुख सुधीर जोशी ने समाचार एजेंसी PTI से बात करते हुए मामले पर कहा, "हमारी टीम ने नोएडा में ढेरा डाला हुआ है और चोपड़ा का पता लगाने के लिए हर संभव लोकेशन को सर्च किया जा रहा है। कल भी हमारी टीम चोपड़ा के घर गई थी, लेकिन वो वहां नहीं मिले और उनका घर बंद था।" उन्होंने कहा कि नोएडा पुलिस से पूरा सहयोग नहीं मिल रहा है और उनकी टीम को रोका गया।