NIA को मिली बड़ी सफलता, पुलवामा हमले के आतंकियों की मदद करने वाला शाकिर बशीर गिरफ्तार
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में एक साल पहले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) जवानों से भरी बस पर हुए आतंकी हमले के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को बड़ी सफलता मिली है। NIA ने बस पर विस्फोटक से भरी कार से टक्कर मारने वाले आतंकी आदिल अहमद डार की मदद करने वाले जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के आतंकी को गिरफ्तार कर लिया है। उसे विषेश अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 15 की एजेंसी की हिरासत में भेज दिया गया।
फर्नीचर की दुकान करता है आतंकी युवक
NIA के अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी कश्मीर के काकापोरा गांव निवासी शाकिर बशीर मार्गे (22) है। आतंकी की गावं में ही फर्नीचर की दुकान है और साल 2018 में उसकी पाकिस्तानी आतंकी और बस को कार से टक्कर मारने वाले आदिल डार से मुलाकात हुई थी। हमले के लिए उसी ने हमलावर आतंकी डार को रहने के लिए अपने में घर में जगह व खाने के लिए रसद सामग्री उपलब्ध कराई थी।
हमले में शहीद हुए थे CRPF के 40 जवान
बता दें कि आतंकी आदिल डार ने 14 फरवरी, 2019 को IED ब्लास्ट से भरी कार से CRPF जवानों से भरी बस को टक्कर मारी थी। इसके बाद हुए धमाके में 40 जवान शहीद हो गए थे।
गिरफ्तार आतंकी मार्गे ने अपने दुकान से रखी थी सुरक्षा बलों की गतिविधि पर नजर
NIA के अधिकारियों ने बताया कि आतंकी आदिल डार ने मार्गे के साथ मिलकर हमले की योजना बनाई थी। इसके बाद मार्गे ने लेथपोरा पुल के पास स्थित अपनी दुकान से CRPF की गतिविधि पर नजर रखते डार को उसकी जानकारी उपलब्ध कराई थी। मार्गे ने ही JeM ओवरग्राउंड आतंकी मोहम्मद उमर फारूक को भी अपने घर में पनाह दी थी। मार्गे ने ही हथियार, गोला-बारूद, नकदी और विस्फोटक सामग्री एकत्र कर हमले के आतंकियों को वितरित की थी।
ऑनलाइन मंगवाई थी बम बनवाने की सामग्री
गिरफ्तार आतंकी मार्गे ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने बम बनाने के लिए आवश्यक दस्ताने व बैटरी ऑनलाइन खरीदी थी। आदिल डार ने उसी के घर पर रहते हुए कच्ची सामग्री से IED विस्फोटक तैयार किया था। उसने जनवरी 2019 से ही CRPF के काफिले की आवाजाही पर नजर रखते हुए उसकी जानकारी उमर फारूक और आदिल डार देना शुरू कर दिया था। इसके अलावा वह ईको कार को मॉडिफाई करने व IED फिट करने में भी शामिल था।
आदिल डार को नहीं आता था बेहतर तरीके से कार चलाना
आतंकी मार्गे ने बताया कि आतंकी आदिल डार को बेहतर तरीके से कार चलाना नहीं आता था। इसके कारण वह हमले के दिन नर्वस था। उसने ही हमले की जगह से 500 मीटर पहले तक कार को चलाकर पहुंचाया था। बाद में आदिल कार में बैठ गया और तेज रफ्तार से चलाते हुए CRPF काफिल में शामिल बस को टक्कर मार दी। तेज धमाके में बस के परखच्चे उड गए थे। उसके बाद वह मौके से फरार हो गया था।
फॉरेंसिक जांच के बाद सामने आई थी कार की डिटेल
NIA अधिकारियों ने बताया कि हमले में कार व बस के परखच्चे उड गए थे। ऐसे में घटना स्थल पर मिले कार के छोटे-छोटे टुकड़ों की फॉरेंसिक जांच के माध्यम से ही कार के निर्माण वर्ष, मॉडल और पंजीयन नंबर का पता लगाया गया था। जांच में स्पष्ट हुआ था कि विस्फोटों में अमोनियम नाइट्रेट, नाइट्रो-ग्लिसरीन और RDX शामिल था। डार के पिता के DNA से मैच के आधार ही उसके आत्मघाती हमलावर होने का पता लगा था।
मुठभेड़ में मारे गए हमले में शामिल अन्य आतंकी
NIA अधिकारियों ने बताया कि हमले में शामिल रहे अन्य आतंकी जैश का संभागीय कमांडर मुद्दासिर अहमद खान, पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद उमर फारुक, देसी बम विशेषज्ञ कमारान और कार मालिक सज्जाद अहमद भट के रूप में हुई थी। इनमें से मुद्दासिर अहमद गत वर्ष 11 मार्च को सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में मारा गया था। इसी तरह उमर फारुक और कामरान 29 मार्च, सज्जाद अहमद भट 16 जून और कारी यासिर इस साल 25 जनवरी को मुठभेड़ में मारा गया था।