राजस्थान: भरतपुर में आरक्षण को लेकर आंदोलन में एक प्रदर्शनकारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या की
राजस्थान के भरतपुर में 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर माली, सैनी, कुशवाहा और मौर्य समाज का चक्का जाम आंदोलन छठवें दिन भी जारी रहा। इस दौरान बुधवार सुबह एक प्रदर्शनकारी मोहन सिंह ने आंदोलन स्थल पर फांसी लगाकर जान दे दी। आंदोलन अरौदा गांव के पास जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे पर चल रहा है। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि आरक्षण के साथ-साथ मोहन सिंह के परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी मिलने तक चक्का जाम रहेगा।
पेड़ से लटका मिला शव
आंदोलनकारियों ने बताया कि सुबह 6ः00 बजे मोहन सिंह का शव पेड़ से लटका मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बुधवार को आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष मुरारी लाल सैनी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मुलाकात की और आंदोलन स्थल पहुंचकर इसकी जानकारी दी। आरक्षण आंदोलन को देखते हुए भरतपुर की 3 तहसीलों में इंटरनेट को 26 अप्रैल रात 12ः00 बजे तक बंद कर दिया गया है।