दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास में AAP नेताओं को पुलिस ने प्रवेश से रोका, धरना शुरू
क्या है खबर?
दिल्ली के विधानसभा चुनाव में बस एक महीना शेष है और यहां मुख्यमंत्री आवास को लेकर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है।
आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह, मंत्री सौरभ भारद्वाज और पार्टी कार्यकर्ता मीडिया के साथ 6 फ्लैग स्टाफ स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे।
यहां पुलिस ने बैरीकेडिंग लगाकर उन्हें रोक लिया और प्रवेश की अनुमति नहीं दी। इसके बाद AAP कार्यकर्ताओं की पुलिस से मौखिक झड़प हुई।
सभी कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए हैं।
ट्विटर पोस्ट
मुख्यमंत्री आवास के बाहर लगी भीड़
#WATCH | Delhi Minister Saurabh Bharadwaj and AAP MP Sanjay Singh enter into a heated exchange with Police personnel deployed outside the CM's residence where a Police barricading has been put up and heavy security has been deployed. pic.twitter.com/IfmRDm9e05
— ANI (@ANI) January 8, 2025
विवाद
क्या है बंगले को लेकर विवाद?
भाजपा का आरोप है कि मुख्यमंत्री रहते हुए अरविंद केजरीवाल ने इस बंगले की मरम्मत पर 44.78 करोड़ रुपये खर्च किए थे। बाद में यह आवास मुख्यमंत्री आतिशी को आवंटित हुआ।
घर को संवारने पर भाजपा ने केजरीवाल को घेरा था और इसे आलीशान सुविधाओं वाला 'शीशमहल' बताया था।
पिछले साल गृह मंत्रालय की मंजूरी के बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने घर बनाने में कथित भ्रष्टाचार की जांच शुरू की थी।
निशाना
आतिशी से बंगला वापस लेने पर नाराजगी?
बुधवार को मुख्यमंत्री आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि केंद्र सरकार ने उनका बंगला वापस ले लिया है और उनका सामान बाहर कर दिया।
इस पर लोक निर्माण विभाग (PWD) ने जवाब दिया कि मुख्यमंत्री ने 3 महीने तक बंगले पर कब्जा नहीं लिया, इसलिए उनका आवंटन रद्द किया गया है।
संजय सिंह ने चुनौती दी थी कि प्रधानमंत्री का आवास काफी आलीशान है। उन्होंने बुधवार को मीडिया को मुख्यमंत्री आवास की वास्तविकता दिखाने की बात कही थी।
ट्विटर पोस्ट
सुनिए, क्या बोले सौरभ भारद्वाज
BJP रोज नए-नए वीडियो और फोटो भेजती थी। आज हम सभी मीडिया वालों को लेकर यहां आए हैं। अब बीजेपी भाग रही है। यहां तीन लेयर की Barricading लगा दी है।
— AAP (@AamAadmiParty) January 8, 2025
उन्होंने Water Canon भी लगा दिए हैं और यहां एडिशनल DCP को तैनात कर दिया है। इसे बॉर्डर बना दिया है ताकि मीडिया अंदर न जा सके। आज जनता… pic.twitter.com/mf3WtyZB7j