पुलिस हिरासत में ली गई कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को अब मिली आगरा जाने की इजाजत
उत्तर प्रदेश के आगरा में मंगलवार को कथित तौर पर पुलिस हिरासत में वाल्मीकि समाज के एक युवक की मौत के मामले में जमकर हंगामा हो रहा है। इसको लेकर बुधवार को युवक के परिजनों से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पुलिस ने आगरा एक्सप्रेस-वे के प्रवेश पॉइंट पर हिरासत में ले लिया। इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त हो गया। हालांकि, प्रियंका के विरोध पर पुलिस ने कुछ देर बाद उन्हें जाने की अनुमति दे दी।
क्या पुलिस हिरासत में हुई थी युवक की मौत?
बता दें कि सफाईकर्मी अरुण वाल्मीकि पर शनिवार रात थाने के गोदाम से 25 लाख रुपये की चोरी करने का आरोप लगा था। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने वारदात कुबूल ली और पुलिस ने उसके घर से 15 लाख रुपये भी बरामद कर लिए। पुलिस अधिकारियों का कहना है मंगलवार को अरुण की तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई। परिजनों ने पुलिस की मारपीट से मौत होने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया।
ADG ने थानाप्रभारी सहित छह पुलिसकर्मियों को निलंबित किया
मामले में अरुण के परिजनों और वाल्मीकि समुदाय के लोगों ने पुलिस पर मारपीट कर अरुण की जान लेने का आरोप लगाते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। इस पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) ने संबंधित थानाप्रभारी सहित छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। इसके अलावा परिजनों को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई करने का भरोसा भी दिलाया। इसके बाद परिजन और शांत हुए।
पुलिस ने प्रियंका गांधी को हिरासत में लिया
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, मामले में मृतक युवक के परिजनों से मिलने के लिए प्रियंका गांधी बुधवार को आगरा के लिए रवाना हुई थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगरा एक्सप्रेस-वे के प्रवेश पॉइंट पर रोक लिया। पुलिस ने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट द्वारा इलाके में धारा-144 लागू किए जाने के कारण वह मृतक के परिजनों से नहीं मिल सकती है। इसके बाद भी गांधी परिजनों से मिलने पर अड़ी रही। इसको देखते हुए पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारे लगाए
प्रियंका गांधी को पुलिस के रोकने के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता उग्र हो गए और उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा सरकार के खिलाफ नारे लगाना शुरू कर दिया। इस पर पुलिस ने उन्हें धारा-144 के कारण कार्रवाई की चेतावनी देकर शांत कराया।
हर जगह जाने से रोक देती है पुलिस- प्रियंका
प्रियंका गांधी ने कहा, "जब भी मैं पार्टी कार्यालय के अलावा किसी अन्य स्थान पर जाने की कोशिश करती हूं, तो पुलिस मुझे राकने की कोशिश करती हैं। इससे जनता को भी असुविधा हो रही है।" उन्होंने कहा, "उन्हें अरुण के परिजनों से मिलने से रोकने का कारण समझ नहीं आ रहा है। क्या मुझे रेस्तरां में बैठना चाहिए, क्योंकि यह उनके लिए राजनीतिक रूप से सुविधाजनक है? मैं उनसे मिलना चाहती हूं, इसमें कौन सी बड़ी बात है?"
"उत्तर प्रदेश सरकार को किस बात का डर है?"
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, 'अरुण वाल्मीकि की मौत पुलिस हिरासत में हुई है। उनका परिवार न्याय मांग रहा है। मैं परिवार से मिलने जाना चाहती हूं। उत्तर प्रदेश सरकार को डर किस बात का है? क्यों मुझे रोका जा रहा है?' उन्होंने लिखा, 'किसी को पुलिस हिरासत में मार देना कहां का न्याय है? आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत होना निंदनीय है। उच्चस्तरीय जांच व पुलिस वालों पर कार्रवाई हो तथा पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले।'
प्रियंका के विरोध को देखते हुए आगरा जाने की इजाजत दी
उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस के खिलाफ लगातार किए गए ट्वीट को देखते हुए पुलिस ने हिरासत में लेने के कुछ देर बाद प्रियंका गांधी को आगरा जाने की इजाजत दे दी। इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर छा गई। इसके बाद पुलिस ने प्रियंका को पुलिस लाइन से लाकर एक्सप्रेस-वे पर छोड़ दिया। वहां से वह अपनी कार में सवार होकर आगरा के लिए रवाना हो गई। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी उनके साथ फोटो खिंचवाते भी नजर आए।