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स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति बोलीं- ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ मानवता की लड़ाई
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति ने राष्ट्र को संबोधित किया (तस्वीर: एक्स/@rashtrapatibhvn)

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति बोलीं- ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ मानवता की लड़ाई

लेखन आबिद खान
संपादन गजेंद्र
Aug 14, 2025
07:12 pm

क्या है खबर?

भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी और हमारे लिए संविधान ही सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त की तारीख हमारी सामूहिक स्मृति में गहराई से अंकित है। औपनिवेशिक शासन की लंबी अवधि के बाद लोग विदेशी शासन की बेड़ियां तोड़ने को व्याकुल थे।। इस दौरान उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' का भी जिक्र किया, जिसे आतंकवाद के खिलाफ मानवता की लड़ाई बताई है।

प्रगति

ऑपरेशन सिंदूर पर राष्ट्रपति ने क्या कहा?

राष्ट्रपति ने कहा, "इस वर्ष हमें आतंकवाद का दंश झेलना पड़ा। जम्मू-कश्मीर घूमने गए निर्दोष नागरिकों की हत्या कायरतापूर्ण और नितांत अमानवीय थी। इसका जवाब भारत ने फौलादी संकल्प के साथ निर्णायक तरीके से दिया। ऑपरेशन सिंदूर ने दिखा दिया कि जब राष्ट्र सुरक्षा का प्रश्न आता है, तब हमारे सशस्त्र बल किसी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह सक्षम हैं। रणनीतिक स्पष्टता और तकनीकी दक्षता के साथ हमारी सेना ने सीमापार आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया।"

प्रशंसा

मानवता की लड़ाई में ऑपरेशन सिंदूर मिसाल- राष्ट्रपति

राष्ट्रपति ने कहा, "मेरा विश्वास है। ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ मानवता की लड़ाई में एक मिसाल के तौर पर इतिहास में दर्ज होगा। हमारी एकता ही हमारी जवाबी कार्रवाई की सबसे बड़ी विशेषता थी। यही एकता उन सभी तत्वों के लिए करारा जवाब भी है, जो हमें विभाजित देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भारत को दृष्टिकोण को विभिन्न देशों में गए संसद सदस्यों के बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल में भी यही एककता दिखाई दी।"

संज्ञान

ऑपरेशन सिंदूर ने दिखा कि आत्मनिर्भर भारत सही रास्ते पर- राष्ट्रपति

राष्ट्रपति ने कहा, "विश्व समुदाय ने भी भारत की इस नीति का संज्ञान लिया है कि हम आक्रमणकारी नहीं बनेंगे, लेकिन अपने नागरिकों की रक्षा के लिए जवाबी करने में तनिक भी संकोच नहीं करेंगे। ऑपरेशन सिंदूर प्रतिरक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत मिशन की परीक्षा का भी अवसर था। ये सिद्ध हो गया है कि हम सही रास्ते पर हैं। हमारा स्वदेशी निर्माण उस निर्णायक स्तर पर पहुंच गया है, जहां हम सुरक्षा आवश्कताओं को पूरा करने में आत्मनिर्भर हैं।"

डिजिटल

डिजिटल युग में भारत के प्रसार की प्रशंसा

राष्ट्रपति ने कहा, "डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में भारत, कम समय में ही, विश्व का अग्रणी देश बन गया है। इसे डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर को बढ़ावा मिल रहा है। सरकार ने देश की AI क्षमताओं को मजबूत करने के लिए भारत-AI मिशन शुरू किया है। इसके तहत विशिष्ट आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए मॉडल विकसित किए जाएंगे।" राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि हम सबको संकल्प लेना है कि हम अपने देश में बने उत्पादों को खरीदेंगे और उनका उपयोग करेंगे।

बयान

राष्ट्रपति ने कहा- संविधान की आधारशिला पर हमारा लोकतंत्र निर्मित

राष्ट्रपति ने कहा, "हमारे द्वारा अपनाए गए संविधान की आधारशिला पर हमारे लोकतंत्र का भवन निर्मित हुआ है। हमने लोकतंत्र पर आधारित ऐसी संस्थाओं का निर्माण किया। जिससे लोकतांत्रिक कार्यशैली को मजबूती मिली। हमारे लिए हमारा संविधान और हमारा लोकतंत्र सर्वोपरि है। अतीत को देखते हुए, हमें देश के विभाजन से हुई पीड़ा को कदापि नहीं भूलना चाहिए। आज हमने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया। ये दिवस हमें भारतीय होने के गौरव का विशेष स्मरण कराते हैं।"

प्रशंसा

बेटियों पर गर्व है- राष्ट्रपति

राष्ट्रपति ने देश की महिलाओं को गौरव बताते हुए कई क्षेत्रों में महिलाओं की उपलब्धियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, "हमारी बेटियां हमारा गौरव हैं। वे रक्षा और सुरक्षा सहित हर क्षेत्र में बाधाओं को पार कर रही हैं। खेल उत्कृष्टता, सशक्तिकरण और क्षमता के महत्वपूर्ण संकेतकों में से एक हैं। रोज़गार में लैंगिक अंतर भी कम हो रहा है।" उन्होंने पर्यावरण की रक्षा और जलवायु परिवर्तन की चुनौती का सामना करने के लिए खुद को बदलने का आह्वान किया।