दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के क्या कारण हैं?
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमण में वृद्धि जारी है और दैनिक मामलों की संख्या कई दिन से 1,000 से अधिक बनी हुई है। मंगलवार को शहर में 1,204 नए मामले सामने आए जो राष्ट्रीय स्तर पर आए कुल मामलों के लगभग 50 प्रतिशत रहे। पॉजिटिविटी रेट का पांच प्रतिशत से कम बने रहना एकमात्र राहत देने वाली बात है। आइए जानते हैं कि दिल्ली में कोरोना के मामलों में वृद्धि के पीछे क्या कारण हैं।
नए सब-वेरिएंट्स माने जा रहे मामले बढ़ने का एक कारण
दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि का एक बड़ा कारण कोरोना वायरस के नए वेरिएंट्स माने जा रहे हैं। शहर में ओमिक्रॉन वेरिएंट के BA.2.12 और BA.2.10 जैसे सब-वेरिएंट अपने पैर जमा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अप्रैल के शुरूआती हफ्ते में दिल्ली के 52 प्रतिशत सैंपलों में BA.2.12 सब-वेरिएंट पाया गया है। इसके अलावा 11 प्रतिशत सैंपलों में BA.2.10 सब-वेरिएंट पाया गया है। अन्य देशों में भी इन सब-वेरिएंट्स के कारण मामले बढ़े हैं।
मास्क पहनने समेत सभी पाबंदियों के हटने की भी हो सकती है अहम भूमिका
दिल्ली में कोरोना वायरस संबंधी सभी पाबंदियों को हटाया जाना भी मामलों में वृद्धि का एक कारण माना जा रहा है। मामले गिरने के बाद शहर में मास्क पहनने को भी वैकल्पिक कर दिया गया था। इसके अलावा मेट्रो और यातायात के अन्य साधन अपनी पूरी क्षमता के साथ चल रहे हैं और बाजारों में भीड़ है। विशेषज्ञों के अनुसार, नए वेरिएंट्स के बीच इन पाबंदियों को हटाए जाने की मामले बढ़ने में बड़ी भूमिका हो सकती है।
जनसंख्या घनत्व और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का भी हो सकता है योगदान
नए सब-वेरिएंट्स के प्रसार और पाबंदियों को हटाए जाने के अलावा दिल्ली के जनसंख्या घनत्व और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के आवागमन को भी मामलों में वृद्धि का एक कारण माना जा रहा है। पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष के श्रीनाथ रेड्डी ने मामले पर द इकोनॉमिक टाइम्स से कहा, "एक ऐसी जगह जहां लोगों ने कोविड संबंधित व्यवहार बंद कर दिया है, वहां जब नए वेरिएंट्स सामने आते हैं तो वायरस को प्रसार का मौका मिल जाता है।"
क्या चिंता करने की जरूरत है?
दिल्ली सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हुई है और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। डॉक्टर्स का भी कहना है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि दैनिक मामले अभी भी कम बने हुए हैं। हालांकि उन्होंने सावधानी कम करने को लेकर चेताया। मास्क न पहनने पर जुर्माने की वापसी भी हो चुकी है।
पूरे देश में महामारी की क्या स्थिति?
पूरे देश की बात करें तो बीते दिन देश में 2,927 नए मामले सामने आए और 32 लोगों की मौत हुई। ये लगातार आठवां ऐसा दिन है जब देश में 2,000 से अधिक नए मामले आए हैं। इसी के साथ देश में संक्रमितों की संख्या 4,30,65,496 हो गई है। इनमें से 5,23,654 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या में भी इजाफा हुआ है और ये बढ़कर 16,279 हो गए हैं।