जम्मू-कश्मीर: कनाचक में पुलिस ने ड्रोन को बनाया निशाना, विस्फोटक पदार्थ बरामद
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार सुबह जम्मू जिले के कनाचक इलाके में एक ड्रोन को निशाना बनाया है। यह ड्रोन अंतरराष्ट्रीय सीमा से छह किलोमीटर भारत की तरफ उड़ रहा था। पुलिस ने बताया कि ड्रोन से लगभग पांच किलोग्राम इम्प्रूवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) मिला है। यह आंतकियों के इस्तेमाल के लिए भेजा जा रहा था। सुरक्षा एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुट गई है कि यह ड्रोन कहां से आया और इसके पीछे किसका हाथ है।
यहां देखिये ड्रोन की तस्वीर
हवाई अड्डे पर हमले के बाद से एजेंसियां सतर्क
27 जून को वायुसेना स्टेशन में मौजूद जम्मू हवाई अड्डे पर ड्रोन से हुए हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और ड्रोन के किसी भी हमले का जवाब देने के लिए तैयार हैं। इस हमले में दो अलग-अलग ड्रोन्स के जरिए 50 यार्ड की दूरी पर 5-6 किलोग्राम RDX डाला गया था। धमाकों में दो वायुसैनिकों को मामूली चोटें आई थीं। वायुसेना की तरफ से बताया गया कि एक धमाके से एक इमारत की छत को नुकसान पहुंचा था।
हमले के बाद कई बार नजर आ चुके हैं ड्रोन
हवाई अड्डे पर हमले के बाद लगातार ड्रोन देखे जा रहे हैं। 28 जून को कालूचक और रत्नुचक, 29 जून को रत्नुचक, कालूचक और कुंजवानी और 2 जुलाई को अरनिया सेक्टर में सीमा पर ड्रोन दिखाई दिए थे। खतरे को भांपते हुए श्रीनगर प्रशासन ने जिले में ड्रोन रखने, इस्तेमाल और खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी है और जिन लोगों के पास ड्रोन है, उनसे इसे पुलिस के पास जमा करने को कहा है।
NSG ने जम्मू में लगाया एंट्री-ड्रोन सिस्टम
हवाई अड्डे पर हुए हमले के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड्स (NSG) ने जम्मू में एंटी-ड्रोन सिस्टम लगाया है। 16 जुलाई को इस सिस्टम ने जम्मू हवाई अड्डे के पास ही उड़ान भर रहे एक ड्रोन का पता लगाया था। इसके अलावा 16 जुलाई को सतवारी इलाके में ड्रोन देखा गया था। इससे पहले कई बार सुरक्षाबलों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीब भी ड्रोन देखे हैं। सुरक्षाबलों की गोलीबारी के बाद ये ड्रोन भाग जाते हैं।
सोपोर में दो आतंकी ढेर
दूसरी तरफ जम्मू-कश्मीर के ही सोपोर में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया है। गुरुवार रात से चल रही मुठभेड़ आज सुबह समाप्त हुई। आतंकियों के पास भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारुद बरामद किया गया है। बाकी आतंकियों की तलाश के लिए अभियान जारी है। गौरतलब है कि पिछले लगभग डेढ़ महीने से घाटी में आतंकी घटनाओं में इजाफा देखा जा रहा है। इसी महीने 10 से ज्यादा एनकाउंटर हो चुके हैं।