नरेंद्र मोदी का पॉडकास्ट: जब अमेरिका ने नहीं दिया था वीजा, प्रधानमंत्री ने क्यों याद किया?
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ के साथ अपने पहले पॉडकास्ट में उस घटना को याद किया, जब गुजरात के मुख्यमंत्री रहते उन्हें अमेरिका ने वीजा देने से मना कर दिया था।
उन्होंने कहा, "मुझे याद है। मैं मुख्यमंत्री था, लोकतांत्रिक सरकार का और अमेरिकी सरकार ने वीजा देने से मना कर दिया था। व्यक्ति के तौर पर मेरे लिए अमेरिका जाना बड़ी बात नहीं थी। मैं पहले भी जा चुका था।"
जवाब
आगे क्या बोले मोदी?
मोदी ने आगे कहा, "एक चुने गई सरकार और एक देश और राज्य का अपमान मैं महसूस करता था। मन में कसक थी कि क्या हो रहा है। बस कुछ लोगों ने झूठ फैला दिया, इसलिए ये निर्णय हो गया दुनिया में। ऐसे चलती है दुनिया। मेरे मन में एक भाव था। उस दिन मैंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मैंने एक बात कही कि मैं एक ऐसा हिंदुस्तान देखता हूं कि दुनिया वीजा के लिए लाइन में खड़ी रहेगी।"
जवाब
वो 2005 था और आज 2025 है- मोदी
मोदी ने कहा, "वो 2005 का मेरा बयान है और आज 2025 में हम पहुंच रहे हैं, तब बोल रहा हूं। मुझे दिखता भी है कि अब समय भारत का है। मैं कुवैत गया, तो वहां लेबर कॉलोनी में मजदूरों से मिल रहा था, जो 15 साल पहले वहां गए थे। एक मजदूर ने मुझसे कहा कि हमारे यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा कब होगा। कुवैत में एक इंसान ये सपना देखता है। ये अकांक्षा भारत को 2047 में विकसित बनाएगा।"
सवाल
कामथ ने क्या पूछा था सवाल?
कामथ ने सवाल पूछा कि उनके बचपन में लोग अमेरिका जाकर पढ़ने और नौकरी करने को बड़ा मानते थे, लेकिन आज 18 साल का युवा भारत में कुछ करने की सोच रहा है। ये सोच आज बदली है। क्या राजनीति में मुकाबला अच्छा है।