
प्रधानमंत्री मोदी ने मिजोरम में रेल लाइन का उद्घाटन किया, 3 ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से 2 दिन के पूर्वो्त्तर दौरे पर हैं। वे आज सुबह मिजोरम के लेंगपुई हवाई अड्डे पहुंचे। वहां उन्होंने बैराबी-सायरंग रेलवे लाइन समेत 9,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इसी के साथ मिजोरम की राजधानी आइजोल पहली बार रेल लाइन के जरिए देश के अन्य हिस्सों से जुड़ गई है। प्रधानमंत्री को आइजोल जाकर ही योजनाओं का शुभारंभ करना था, लेकिन खराब मौसम के कारण वे नहीं जा सके।
बयान
प्रधानमंत्री बोले- आज से आइजोल भी रेल नक्शे पर होगा
प्रधानमंत्री ने कहा, "मिजोरम का बड़ी भूमिका हमारी नीति और आर्थिक कॉरिडोर में है। मिजोरम के लोगों ने हमेशा योगदान दिया और प्रेरित किया है। आज मिजोरम देश की विकास यात्रा में एक अहम भूमिका निभा रहा है। आज से आइजोल भी देश के रेल नक्शे पर होगा। मुझे यह अवसर मिला कि मैं रेलवे लाइन का उद्घाटन कर सकूं। कई चुनौतियों से उबरते हुए यह रेल लाइन का सपना सच हो सका है।"
अन्य बयान
प्रधानमंत्री ने कहा- ये रेल नहीं बल्कि बदलाव की जीवन रेखा
प्रधानमंत्री ने कहा, "पहली बार मिजोरम का सैरांग राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली से सीधे जुड़ेगा। यह सिर्फ एक रेलवे नहीं है, बल्कि परिवर्तन की जीवन रेखा है। यह मिजोरम के लोगों के जीवन और आजीविका में क्रांति लाएगी। मिजोरम के किसान और व्यवसाय देश भर के ज्यादा बाजारों तक पहुंच पाएंगे। लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के बेहतर अवसर भी मिलेंगे। इस विकास से कई क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा होंगे।"
ट्रेन
प्रधानमंत्री ने 3 ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी
प्रधानमंत्री ने आइजोल से 3 ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इनमें से पहली ट्रेन आइजोल आनंद विहार (दिल्ली) राजधानी एक्सप्रेस है। यह हफ्ते में एक दिन चलेगी। दूसरी ट्रेन सैरंग से कोलकाता के बीच हफ्ते में 3 दिन चलेगी। तीसरी ट्रेन सैरंग से गुवाहाटी के बीच चलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि मिजोरम को हवाई यात्रा के लिए उड़ान योजना का भी लाभ मिलेगा और जल्द ही यहां हेलीकॉप्टर सेवाएं भी शुरू होंगी।
अन्य परियोजनाएं
मिजोरम को मिली इन परियोजनाओं की भी सौगात
प्रधानमंत्री ने 500 करोड़ रुपये की लागत वाली 45 किलोमीटर लंबी आइजोल बाईपास, थेनजोल-सियालसुक रोड और खानकाउन-रोंगूरा रोड की आधारशिला भी रखी। उन्होंने लॉन्ग्टलाई-सियाहा रोड पर छिमटुईपुई पुल का शिलान्यास भी किया। प्रधानमंत्री ने तुइकुआल में खेलो इंडिया बहुउद्देशीय इंडोर हॉल की आधारशिला भी रखी। उन्होंने आइजोल के मुआलखांग में सालाना 30,000 मीट्रिक टन क्षमता वाले LPG बॉटलिंग प्लांट का शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने त्लांगनुआम में एकलव्य मॉडल और कवरथा में आवासीय विद्यालय का उद्घाटन किया।
पुल
मिजोरम में बना कुतुब मीनार से भी ऊंचा पुल
मिजोरम रेल लाइन पर 45 सुरंगें, 55 बड़े पुल और 88 छोटे पुल हैं। इसी रेल लाइन पर भारत का दूसरा सबसे ऊंचा पियर पुल भी है, जिसकी ऊंचाई 104 मीटर है। ये दिल्ली के कुतुब मीनार से भी ऊंचा है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "ये बहुत ही कठिन परियोजना थी। जैसे कश्मीर में चेनाब का पुल एफिल टॉवर से ऊंचा है, वैसे ही मिजोरम में कुतुब मीनार से भी ऊंचा पुल बना है।"