
99 साल की हुईं हीराबेन, जन्मदिन पर मां से मिलने गांधीनगर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी आज अपना जन्मदिन मना रही हैं। 18 जून, 1923 को पैदा हुईं हीराबेन आज अपनी उम्र के 100वें साल में प्रवेश कर गई हैं।
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने गांधीनगर जाकर उनसे मुलाकात की और आशीर्वाद लिया। हीराबेन गांधीनगर में अपने बेटे पंकज मोदी के साथ रहती हैं।
शनिवार सुबह प्रधानमंत्री मोदी यहां पधारे और उन्होंने अपनी मां के पैर पखाकर उनका मुंह मीठा करवाया।
जानकारी
मोदी की सबसे बड़ी प्रेरणा हैं उनकी मां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई मौकों पर कह चुके हैं कि उनकी मां उनके लिए सबसे बड़ी प्रेरणास्त्रोत हैं। वो हर अहम मौके के बाद गांधीनगर जाकर उनसे मुलाकात करते हैं। फिर बात चाहें उनके जन्मदिन की हो या किसी चुनावी जीत की।
जानकारी
हीराबेन के नाम पर रखा जाएगा सड़क का नाम
गांधीनगर नगर निगम ने हीराबेन के जन्मदिन को खास बनाने के लिए एक सड़क का नाम उनके नाम पर रखने का फैसला किया है। अब गांधीनगर से राससण के बीच की सड़क को हीराबेन रोड के नाम से जाना जाएगा।
इसके अलावा उनके जन्मदिन पर कई जगहों पर भजन संध्या, शिव अराधना और सुंदरकांड पाठ समेत कई धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
अपनी मां से मुलाकात के बाद मोदी वडोदरा में एक रैली को संबोधित करेंगे।
ट्विटर पोस्ट
अपनी मां के साथ मुलाकात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी
#WATCH | Gujarat: Prime Minister Narendra Modi met his mother Heeraben Modi at her residence in Gandhinagar on her birthday today.
— ANI (@ANI) June 18, 2022
Heeraben Modi is entering the 100th year of her life today. pic.twitter.com/7xoIsKImNN
लेख
मोदी ने लिखा भावुक लेख
अपनी मां के जन्मदिन पर प्रधानमंत्री मोदी ने एक भावुक कर देने वाला लेख लिखा है।
इसमें उन्होंने लिखा, 'आज मैं अपनी खुशी, अपना सौभाग्य, आप सबसे साझा करना चाहता हूं। मेरी मां, हीराबा आज 18 जून को अपने सौवें वर्ष में प्रवेश कर रही हैं। यानि उनका जन्म शताब्दी वर्ष प्रारंभ हो रहा है। पिताजी आज होते, तो पिछले सप्ताह वो भी 100 वर्ष के हो गए होते।'
लेख
मेरी अच्छाइयां माता-पिता की देन- मोदी
मोदी ने अपने लेख में आगे लिखा, 'आज मेरे जीवन में जो कुछ भी अच्छा है, मेरे व्यक्तित्व में जो कुछ भी अच्छा है, वो मां और पिताजी की ही देन है। आज जब मैं यहां दिल्ली में बैठा हूं, तो कितना कुछ पुराना याद आ रहा है। मेरी मां जितनी सामान्य हैं, उतनी ही असाधारण भी। ठीक वैसे ही, जैसे हर मां होती है।'
उन्होंने आगे लिखा कि मां की तपस्या उसकी संतान को सही इंसान बनाती है।