आज शाम 5 बजे देश को संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री मोदी
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 5 बजे देश को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने ट्वीट कर ये जानकारी दी। उनके इस संबोधन का विषय क्या होगा, ये अभी तक स्पष्ट नहीं है।
कोरोना वायरस महामारी के दौरान कई बार देश को संबोधित कर चुके प्रधानमंत्री मोदी का ये संक्रमण की दूसरी और बेहद भीषण लहर के बाद पहला संबोधन होगा।
अटकलें हैं कि वे इसमें तीसरी लहर की तैयारियों और वैक्सीनेशन को लेकर कुछ बोल सकते हैं।
पिछला संबोधन
प्रधानमंत्री ने आखिरी बार 20 अप्रैल को देश को किया था संबोधित
प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले 20 अप्रैल को देश को संबोधित किया था। अपने इस संबोधन में उन्होंने देशवासियों से नियमों का पालन कर देश को लॉकडाउन से बचाने की अपील की थी।
उन्होंने कहा था, "यदि लोग बचाव के नियमों का पालन करेंगे तो ना कंटेनमेंट जोन बनाने की जररूत पड़ेगी और ना ही लॉकडाउन की... मैं राज्यों से से भी अनुरोध करूंगा कि वो लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करें। "
संबोधन
मामलों में गिरावट के बीच देश को संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी ऐसे समय पर देश को संबोधित करने जा रहे हैं जब कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर कमजोर हो गई है।
दूसरी लहर में जहां एक समय देश में रोजाना 4 लाख से अधिक नए मामले सामने आ रहे थे, वहीं अब इनकी संख्या 1 लाख के आसपास रह गई है।
इस लहर को काबू में करने के लिए कई राज्यों ने लॉकडाउन लगाया था और अब इन लॉकडाउन को हटाया जा रहा है।
मौजूदा स्थिति
रविवार को सामने आए 4 अप्रैल के बाद सबसे कम नए मामले
देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 1,00,636 नए मामले सामने आए और 2,427 मरीजों की मौत हुई। ये 4 अप्रैल के बाद एक दिन में सामने आए सबसे कम नए मामले हैं।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 2,89,09,975 हो गई है। इनमें से 3,49,186 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।
सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 14,01,609 रह गई है।
वैक्सीनेशन
वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?
16 जनवरी को वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने के बाद से रविवार तक देशभर में कोरोना वैक्सीन की 23,27,86,482 खुराकें लग चुकी हैं। इनमें से 18,65,14,773 लोगों को कम से कम खुराक लग चुकी है, वहीं 4,62,71,709 लोग ऐसे हैं जिन्हें वैक्सीन की दोनों खुराकें लग चुकी हैं।
वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार चिंता का विषय बनी हुई है और रविवार को देश में मात्र 13,90,916 खुराकें लगाई गईं। अभी रोजाना 20 लाख के आसपास खुराकें ही लगाई जा रही हैं।
आलोचना
आलोचनाओं के केंद्र में है केंद्र की वैक्सीन नीति
वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार के लिए राज्य सरकारें कोरोना वैक्सीन की कम सप्लाई को जिम्मेदार ठहरा रही हैं। खुराकों की कमी और केंद्र सरकार की विवादित वैक्सीन नीति के कारण राज्यों के पास पर्याप्त मात्रा में खुराकें नहीं पहुंच रही हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने भी 18-44 साल आयु वर्ग के लिए केंद्र की वैक्सीन नीति पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं और आज प्रधानमंत्री मोदी अपने संबोधन में इस पर खास जोर दे सकते हैं।