
प्रधानमंत्री मोदी ने मोहन भागवत से मुलाकात की, 12 साल में पहली बार संघ मुख्यालय पहुंचे
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय केशव कुंज पहुंचे हैं। वहां उन्होंने RSS प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की।
इसके बाद प्रधानमंत्री ने संघ के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार और दूसरे सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर को श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी पहली बार RSS मुख्यालय गए हैं। इससे पहले वे 2013 में लोकसभा चुनाव की बैठक के लिए संघ मुख्यालय आए थे।
श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री ने भीमराव अंबेडकर को दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री ने दीक्षाभूमि पहुंचकर संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी। दीक्षाभूमि में डॉक्टर अंबेडकर ने अपने अनुयायियों के साथ 1956 में बौद्ध धर्म अपनाया था।
यहां प्रधानमंत्री ने महात्मा बुद्ध की पूजा भी की। इस दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री संघ कार्यालय में हिंदू नववर्ष के पहले दिन होने वाले प्रतिपदा कार्यक्रम में भी शामिल होंगे। वे कार्यक्रम को संबोधित भी कर सकते हैं।
उद्घाटन
प्रधानमंत्री ने माधव नेत्रालय की नई इमारत की आधारशिला रखी
प्रधानमंत्री ने माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर की इमारत की आधारशिला भी रखी। ये इमारत 5.83 एकड़ क्षेत्र में 5 लाख स्क्वायर फीट में बनाई जाएगी। इसमें 250 बेड, 14 OPD और 14 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर रहेंगे।
माधव नेत्रालय आई इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर का नया भवन है। 2014 में इसकी स्थापना माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर की स्मृति में की गई थी।
इस दौरान प्रधानमंत्री के साथ भागवत, स्वामी अवधेशानंद गिरी, गोविंद गिरी महाराज और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी मौजूद रहे।
संदेश
प्रधानमंत्री ने लिखा- यहां आकर अभिभूत हूं
प्रधानमंत्री ने विजिटर डायरी में लिखा, 'परम पूज्यनीय डॉ हेडगेवार और गोलवलकर की स्मृति को शत शत नमन। उनकी स्मृति को संजोने इस मंदिर में आकर अभिभूत हूं। भारतीय संस्कृति, राष्ट्रवाद और संगठन शक्ति के मूल्यों को समर्पित ये स्थली हमें राष्ट्र की सेवा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। यह स्थली देश की सेवा में समर्पित लाखों स्वयंसेवकों के लिए उर्जा पुंज है। हमारे प्रयासों से मां भारती का गौरव सदा बढ़ता रहे।'
खास
क्यों खास है दौरा?
2014 के बाद प्रधानमंत्री मोदी और संघ प्रमुख भागवत की ये तीसरी और 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद पहली मुलाकात है।
ये पहला मौका है, जब देश का कोई प्रधानमंत्री RSS के मुख्यालय में जा रहा है।
साथ ही ये पहला मौका है, जब प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी RSS के किसी कार्यालय में जा रहे हैं। 2012 में मोदी बतौर मुख्यमंत्री RSS के पूर्व सरसंघचालक केएस सुदर्शन को श्रद्धांजलि देने मुख्यालय पहुंचे थे।