
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जुलाई में मालदीव के दौरे पर जाएंगे, द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने पर जोर
क्या है खबर?
भारत और मालदीव के संबंधों में आई दरार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार द्विपीय देश की यात्रा करेंगे। यह दौरा अगले महीने जुलाई में हो सकता है।
यह यात्रा ऐसे समय पर हो रही है, जब दोनों देश अपने उच्च राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
मोदी इससे पहले 2019 में अंतिम बार मालदीव की यात्रा पर गए थे, जो दूसरा कार्यकाल शुरू करने पर उनकी श्रीलंका और मालदीव की पहली विदेश यात्रा थी।
दौरा
राष्ट्रपति मुइज्जु के पद संभालने के बाद पहली बार जाएंगे मोदी
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु के नवंबर, 2023 में कार्यभार संभालने के बाद से यह प्रधानमंत्री मोदी की पहली यात्रा होगी।
मोदी 26 जुलाई को मालदीव जा सकते हैं, जो मालदीव का स्वतंत्रता दिवस भी है। हालांकि, अभी आधिकारिक तारीख सामने नहीं आई है।
मुइज्जू ने अक्टूबर, 2024 में और उनके विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील ने पिछले सप्ताह भारत यात्रा की थी। तब उन्होंने मोदी को मालदीव आने का निमंत्रण दिया था।
यात्रा
मोदी की यात्रा के क्या है मायने?
भारत मालदीव को एक प्रमुख समुद्री पड़ोसी, अपनी पड़ोसी प्रथम नीति और विजन 'महासागर' के तहत एक महत्वपूर्ण साझेदार मानता है।
भारत मालदीव के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक और बुनियादी ढांचा साझेदार रहा है। भारत मालदीव की मेगा ग्रेटर माले कनेक्टिविटी परियोजना का समर्थन कर रहा है।
मोदी की यात्रा में संभवत: विकास, सुरक्षा, व्यापार पर चर्चा होगी और हिंद महासागर क्षेत्र में साझेदारी को मजबूत करने के लिए दोनों देशों के बीच संभावित मुक्त व्यापार समझौते पर बात होगी।