ओमिक्रॉन: प्रधानमंत्री मोदी ने की बैठक, अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने के फैसले की समीक्षा को कहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि देश को दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर सचेत रहना होगा। साथ ही उन्होंने अधिकारियों से नियमित अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवा शुरू करने के फैसले की समीक्षा करने को कहा है। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को देश में कोरोना महामारी और वैक्सीनेशन अभियान की स्थिति को लेकर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी, जिसमें कई विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने दी नए वेरिएंट की जानकारी
बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों ने प्रधानमंत्री मोदी को ओमिक्रॉन वेरिएंट, भारत और अलग-अलग देशों पर इसके असर को लेकर जानकारी दी थी। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों खासकर अधिक खतरे वाले देशों से आने वाले लोगों की मॉनिटरिंग और गाइडलाइंस के अनुसार उनकी टेस्टिंग करने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने अधिक मामले वाले इलाकों में कड़ा कंटेनमेंट और सर्विलांस जारी रखने को कहा है।
जीनोम सीक्वेंसिंग करने का निर्देश
प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि विदेशों से आने वाले यात्रियों के सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग की जाए। उन्होंने सीक्वेसिंग और इसका दायरा बढ़ाने की भी बात कही है ताकि महामारी के प्रबंधन में मदद मिल सके।
स्वास्थ्य अधिकारियों को जागरूकता फैलाने को कहा
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया था कि 15 दिसंबर से नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू की जाएंगी। ओमिक्रॉन वेरिएंट सामने आने के बाद इस फैसले पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। शनिवार को बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से फैसले की समीक्षा करने को कहा है। प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करने को भी कहा है ताकि नए वेरिएंट को लेकर जागरूकता फैलाई जा सके।
नए वेरिएंट को लेकर भारत में जारी है अलर्ट
ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर भारत सरकार ने अलर्ट जारी किया है। सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना से आ रहे यात्रियों की कड़ी स्क्रीनिंग और टेस्टिंग करने को कहा है। साथ ही कहा गया है कि नए वेरिएंट का जन स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है, इसलिए इस पर नजर रखना जरूरी है। बता दें कि अब तक पांच देशों में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं।
WHO ने ओमिक्रॉन को 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' करार दिया
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शुक्रवार को कहा कि ओमिक्रॉन वेरिएंट में कुछ चिंताजनक प्रोपर्टीज देखी गई हैं, जिस कारण इसे 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' करार दिया गया है। WHO की तकनीकी प्रमुख मारिया वेन खेर्खोव ने बताया कि इसमें कई म्यूटेशन्स हुई हैं और उनमें से कुछ में चिंताजनक गुण देखने को मिले हैं। इस वेरिएंट की संक्रामकता, गंभीरता और दूसरी चीजों को समझने के लिए दक्षिण अफ्रीका और कई दूसरे देशों में अध्ययन हो रहे हैं।
ओमिक्रॉन में हुई हैं 32 म्यूटेशन्स
दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग, इजरायल, बेल्जियम और बोत्सवाना में पाए गए कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.529 है और इसकी स्पाइक प्रोटीन में 32 म्यूटेशन हुई हैं। इसमें P681H और N679K जैसी म्यूटेशन भी हुई हैं जो अल्फा और गामा जैसे वेरिएंट में पाई जा चुकी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि एक ही वेरिएंट में इतनी म्यूटेशन खतरे की घंटी है और यह वेरिएंट अधिक संक्रामक और खतरनाक हो सकता है।