भारत में रेल पटरियों को उड़ाने की साजिश रच रही पाकिस्तान की ISI- खुफिया रिपोर्ट
क्या है खबर?
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलीजेंस (ISI) ने भारत में रेल पटरियों को उड़ाने की योजना बना रही है। खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के अनुसार, ISI ने पंजाब और इसके पड़ोसी राज्यों में रेल पटरियों को उड़ाने के लिए बड़ी साजिश रची है।
पाकिस्तान पहले से ही पंजाब में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रहा है और उसकी ताजा साजिश को इसी कड़ी का एक हिस्सा माना जा रहा है।
अलर्ट
मुख्य तौर पर माल गाड़ियों को निशाना बनाने की योजना
खुफिया अलर्ट के अनुसार, ISI के ऑपरेटर्स ने पंजाब और उसके पड़ोसी राज्यों में रेल पटरियों को उड़ाने की योजना बनाई है और इनके जरिए मुख्य तौर पर माल गाड़ियों को निशाना बनाया जाएगा।
एजेंसियों ने यह भी कहा कि अपनी इस साजिश को अंजाम देने के लिए ISI भारत में अपने ऑपरेटर्स को बड़े पैमाने पर फंड दे रहा है। देश में मौजूद स्लीपर सेल्स को आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए बड़ा पैसा दिया जा रहा है।
साजिश
पंजाब में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रहा है पाकिस्तान
बता दें कि पाकिस्तान पिछले काफी समय से पाकिस्तान में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रहा है। हाल ही में राज्य में कई धमाके हुए हैं जिनमें से कई में पाकिस्तान का हाथ रहा है।
पिछले साल दिसंबर में लुधियाना कोर्ट में हुए बम धमाके के लिए उसने ड्रोन की मदद से विस्फोटक सामग्री प्रदान की थी।
इसके अलावा इसी महीने मोहाली में पंजाब पुलिस के इंटेलीजेंस मुख्यालय पर हुए हमले के तार भी पाकिस्तान से जुड़े हैं।
तस्करी
ड्रोन्स के जरिए हथियार और ड्रग्स की तस्करी कर रहा है पाकिस्तान
पिछले पांच-छह महीनों में पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में ड्रोन संबंधी गतिविधियों में इजाफा भी देखने को मिला है। पाकिस्तान इन ड्रोन के जरिए हथियार, विस्फोटक सामग्री और ड्रग्स भेजता है।
सुरक्षा बलों की मुस्तौदी के कारण ऐसे कई ड्रोन्स पकड़ में आ चुके हैं और उन्हें मार गिराया गया है। हालांकि एजेंसियों ने कई ड्रोन्स के पकड़ में न आने की संभावना भी जताई है और इनमें आई सामग्री का इस्तेमाल धमाकों के लिए किया जा रहा है।
अलर्ट
दिसंबर में पंजाब की स्थिति कश्मीर से ज्यादा नाजुक बता चुकी हैं खुफिया एजेंसी
पाकिस्तान की इन हरकतों के कारण पिछले साल दिसंबर में तो खुफिया एजेंसियों ने पंजाब की स्थिति कश्मीर से भी नाजुक होने का अलर्ट जारी किया था।
राज्य में फरवरी में हुए विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ये अलर्ट जारी किया गया था। एजेंसियों ने पंजाब पुलिस से संवेदनशील प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ाने और सोशल मीडिया पर नजर रखने को कहा था, ताकि किसी भी तरह की अफवाहों को नियंत्रित किया जा सके।