गुजरात: भारतीय सीमा के 11 किलोमीटर अंदर पकड़ी गई पाकिस्तानी नाव, 10 लोग थे सवार
भारतीय तट रक्षक (ICG) दल ने गुजरात में भारतीय सीमा के लगभग 11 किलोमीटर अंदर एक पाकिस्तानी नाव को पकड़ा है। इस नाव में 10 लोग सवार थे। सरकारी प्रवक्ता के बयान के अनुसार, नाव को पोरबंदर लाया जा रहा है और यहां पकड़े गए लोगों से विस्तृत पूछताछ की जाएगी। आरोप है कि पाकिस्तानी नाव ने भारतीय बलों को देखते ही भागने की कोशिश की, लेकिन वे इसमें असफल रहे।
नाव से मिली 2,000 किलोग्राम मछली और 600 लीटर ईंधन- रिपोर्ट
सुरक्षा अधिकारी ने ट्वीट कर घटना की जानकारी देते हुए बताया कि ICG के जहाज अंकित ने शनिवार रात चलाए गए एक ऑपरेशन में अरब सागर में भारतीय सीमा के अंदर पाकिस्तानी नाव 'यासीन' को पकड़ा। जी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, नाव से 2,000 किलोग्राम मछली और 600 लीटर ईंधन बरामद किया गया है और नाव में सवार लोगों के पास दस्तावेज नहीं थे। पोरबंदर लाकर उनसे पूछताछ की जाएगी।
ड्रग्स तस्करी के लिए होता है पाकिस्तानी नावों का इस्तेमाल
बता दें कि हालिया समय में पाकिस्तानी नावों के भारतीय इलाके में घुसने की घटनाओं में इजाफा हुआ है। इन नावों का इस्तेमाल मुख्य तौर पर ड्रग्स की तस्करी के लिए किया जाता है। हालांकि कई बार मछुआरे भी गलती से सीमा पार कर जाते हैं। ऐसे मछुआरों की दोनों देश पूछताछ के बाद अदला-बदली कर लेते हैं। हालांकि इससे पहले पुष्टि की जाती है कि नाव का जासूसी या तस्करी के लिए इस्तेमाल तो नहीं हो रहा था।
पिछले साल भी पकड़ी गई थीं ड्रग्स की तस्करी कर रही पाकिस्तानी नावें
हालिया समय की घटनाओं की बात करें तो पिछले साल 20 दिसंबर को गुजरात तट के पास ही एक और पाकिस्तानी नाव को पकड़ा गया था। इस नाव से 77 किलोग्राम हेरोइन बरामद हुई थी जिसकी कीमत उस समय 400 करोड़ रुपये के आसपास थी। इससे पहले 15 सितंबर को ICG ने गुजरात तट के पास भारतीय सीमा के अंदर एक पाकिस्तानी नाव को पकड़ा था। इसमें 12 लोग सवार थे।
नावों के जरिए आए आतंकियों ने ही दिया था मुंबई आतंकी हमले को अंजाम
पाकिस्तान आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए भी मछुआरों की नावों का इस्तेमाल करता है। 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में हुए अब तक के सबसे भीषण आतंकी हमले को इसी तरह से अंजाम दिया गया था। हमले को अंजाम देने वाले 10 आतंकी नावों के जरिए ही कराची से मुंबई आए थे। ये सभी लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी थे। इस हमले में लगभग 170 लोग घायल हुए थे, वहीं सैकड़ों घायल हुए थे। मरने वालों में विदेशी भी थे।