भारतीय सेना के 'त्रिशूल' से घबराया पाकिस्तान, अरब सागर में करेगा युद्धाभ्यास
क्या है खबर?
भारतीय सेना के त्रिशूल अभ्यास से बौखलाए पाकिस्तान ने अब एक और विवादित कदम उठाया है। पाकिस्तान उत्तरी अरब सागर में आज से युद्धाभ्यास शुरू करने जा रहा है। यह अभ्यास उस क्षेत्र में होने वाला है, जहां भारतीय सेनाएं पहले से ही त्रिशूल सैन्य अभ्यास कर रही हैं। ऐसे में तनाव बढ़ने की आशंका है, क्योंकि पाकिस्तान का समुद्री क्षेत्र भारत के नियंत्रण वाले क्षेत्र से लगा हुआ है।
अलर्ट
पाकिस्तानी नौसेना ने जारी किया अलर्ट
इस संबंध में पाकिस्तानी नौसेना ने चेतावनी जारी करते हुए अलर्ट का ऐलान किया है। पाकिस्तान ने उत्तरी अरब सागर में 2 से 5 नवंबर के बीच अभ्यास के लिए अलर्ट जारी किया है। अलर्ट में कहा गया है कि नाविक अभ्यास क्षेत्र से दूर रहें। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, पाकिस्तानी अभ्यास में युद्धपोत लगभग 6,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में सतह और सतह के नीचे से सीधी गोलीबारी का अभ्यास करेंगे।
विशेषज्ञ
विशेषज्ञ ने कहा- अभ्यासों के क्षेत्र एक-दूसरे से मिले हुए हैं
भू-खुफिया शोधकर्ता डेमियन साइमन ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'पाकिस्तान अब उसी क्षेत्र में फायरिंग अभ्यास के लिए नौसैनिक नौवहन चेतावनी जारी कर रहा है, जहां भारत ने अपने तीनों सेनाओं के सैन्य अभ्यास के लिए हवाई क्षेत्र आरक्षित कर रखा है। हालांकि, ये क्षेत्र भौगोलिक रूप से एक-दूसरे से मिलते-जुलते हैं, फिर भी दोनों पक्षों के बीच समन्वय से यह सुनिश्चित होगा कि बिना किसी घटना के हालात पेशेवर बने रहें।'
ट्विटर पोस्ट
सेना ने जारी किया त्रिशूल अभ्यास का वीडियो
Exercise TRISHUL – Tri-Services Synergy Enabling Integrated Operations
— HQ IDS (@HQ_IDS_India) November 1, 2025
"त्रिशूलं समन्वयस्य बलम्।"
Trishul signifies the Strength in Unity
The gallant troops of the Indian Armed Forces are conducting #ExTRISHUL, a major Tri-Services operational validation in the Western sector.… pic.twitter.com/0raXyBIYAC
भारत
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास
भारतीय सेना के तीनों अंग पश्चिमी मोर्चे पर 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद अब तक का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास कर रहे हैं। ये अभ्यास 30 अक्टूबर से शुरू हुआ है, जो 10 नवंबर तक चलेगा, जिसमें थलसेना के पैरा कमांडो, वायुसेना के गरुड़ और नौसेना के मार्कोस अपना दम दिखा रहे हैं। यह पहली बार है जब तीनों के कमांडो बल एक साथ इतने बड़े पैमाने पर अभ्यास कर रहे हैं।
अभ्यास
भारत क्यों कर रहा है त्रिशूल अभ्यास?
नौसेना संचालन महानिदेशक वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने कहा, "इस त्रि-सेवा अभ्यास का मुख्य उद्देश्य तीनों सेनाओं के साथ-साथ सभी समुद्री बलों के बीच तालमेल बढ़ाना है। INS जलाश्व और अन्य प्लेटफार्मों का उपयोग करके जलस्थलीय अभियान भी चलाए जाएंगे। यह एक बहुत बड़े, जटिल वातावरण में किया जा रहा है और हम साइबर और अंतरिक्ष क्षेत्रों सहित एकीकृत बहु-क्षेत्रीय अभियान भी चला रहे हैं।" इस अभ्यास से भारत के पश्चिमी समुद्री मोर्चे पर रणनीतिक स्थिति को और मजबूती मिलेगी।