
पहलगाम हमले के आतंकियों के 2 मददगार गिरफ्तार, 3 लश्कर आतंकवादियों की भी पहचान हुई
क्या है खबर?
पहलगाम आतंकी हमले से जुड़े मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को बड़ी सफलता मिली है। NIA ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन पर कथित तौर पर हमलावरों को आश्रय और रसद सहायता प्रदान करने का आरोप है। दोनों व्यक्तियों की पहचान परवेज अहमद जोथर और बशीर अहमद जोथर के रूप में हुई है। इन्होंने पहलगाम हमले में शामिल 3 आतंकवादियों के नामों का भी खुलासा किया है।
NIA
दोनों युवकों ने आतंकियों को झोपड़ी में दी थी पनाह
NIA ने कहा, "पहलगाम के बटकोट निवासी परवेज अहमद जोथर और पहलगाम के ही हिल पार्क निवासी बशीर अहमद जोथर ने हमले में शामिल 3 सशस्त्र आतंकवादियों की पहचान बताई है और यह भी पुष्टि की है कि वे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े पाकिस्तान के नागरिक थे।" NIA ने बताया कि परवेज और बशीर ने हमले से पहले जानबूझकर 3 सशस्त्र आतंकवादियों को हिल पार्क स्थित एक झोपड़ी में पनाह दी थी।
आरोपी
NIA ने गिरफ्तार किए गए लोगों के बारे में और क्या बताया?
NIA ने बताया कि परवेज और बशीर पहलगाम घाटी में ही दुकान लगाते थे। हमले वाले दिन से पहले उन्होंने हिल पार्क में मौसमी ढोक (झोपड़ी) में 3 हथियारबंद आतंकवादियों को पनाह दी थी। कथित तौर पर दोनों ने आतंकवादियों को खाने, रहने और रसद में भी मदद की थी। इन्हीं आतंकियों ने अगले दिन दोपहर को वहां पर मौजूद पर्यटकों पर धार्मिक पहचान के आधार पर हमला किया था।
हमला
हमले में मारे गए थे 26 पर्यटक
पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को आतंकियों ने हमला कर दिया था और 26 निर्दोष पुरुष पर्यटकों की उनका धर्म पूछकर हत्या कर दी थी। हमले में 16 अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे। भारत ने इसका आरोप पाकिस्तान पर लगाया था और पाकिस्तान के साथ व्यापार पूरी तरह बंद कर दिया था, पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने को कहा था, राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था और सिंधु जल संधि भी रद्द कर दी थी।
NIA की कार्रवाई
हमले को लेकर NIA ने अब तक क्या कार्रवाई की?
पहलगाम हमले की जांच पहले स्थानीय पुलिस कर रही थी, लेकिन बाद में इसे NIA को सौंप दिया गया। NIA अब तक 100 से ज्यादा को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें कई ओवरग्राउंड वर्कर्स हैं, जिन्हें जेल भेजा गया है। NIA 3,000 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुकी है। इनमें पर्यटक, स्थानीय लोग, घोड़ागाड़ी वाले, दुकानदार, मृतकों के परिजन समेत कई लोग शामिल हैं। NIA ने घटनास्थल की 3D मैपिंग की है और डिजिटल डेटा भी खंगाल रही है।