राजस्थान: स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के बाद सरकारी स्कूल में बांटी गई अफीम, वीडियो वायरल
राजस्थान में सोमवार को स्वतंत्रता दिवस समारोह के बाद कुछ लोगों ने सरकारी स्कूल में बैठकर एक दूसरे को अफीम और डोडा पोस्ट परोसा और फिर उसका सेवन भी किया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद से ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। मामला राजस्थान के बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी उपखंड स्थित रावली नाडी स्कूल का है। फिलहाल शिक्षा अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। आइए जानतें हैं आखिर क्या है पूरा मामला।
ग्रामीणों ने सरकारी स्कूल परिसर में बैठकर किया नशा
सरकारी स्कूल में सोमवार को स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के बाद 10-12 ग्रामीण स्कूल में ही दरी बिछाकर बैठ गए। इसके बाद उन्होंने एक-दूसरे को अफीम और डोडा पोस्त बांटा और फिर स्कूल में सामूहिक रूप से नशा करने लग गए। वह करीब दो घंटे तक स्कूल में बैठे रहे। मामले का वीडिया सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में स्कूल परिसर साफ दिख रहा है। 1-2 छात्र भी टहलते नजर आ रहे हैं।
सरकारी स्कूल में हो रहा अफीम का सेवन, देखें वीडियो
मामला सामने आने के बाद अलर्ट हुआ शिक्षा विभाग
स्कूल में अफीम परोसे जाने का वीडियो सामने आने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मामले पर संज्ञान में लेकर जांच शुरू कर दी है। मुख्य खंड शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश विश्नोई ने कहा कि जांच के लिए अधिकारी जब तक स्कूल पहुंचे, तब तक वहां से सब ग्रामीण निकल चुके थे।अब मंगलवार को स्कूल खुलने के बाद छात्र, शिक्षक और अभिभावकों के बयान लिए जाएंगे। जिसकी रिपोर्ट बनाकर गुड़ामालानी SDM को सौंपी जाएगी।
शिक्षा अधिकारी ने अपने बयान में क्या कहा?
CBEEO ओमप्रकाश विश्नोई ने कहा, "गुड़ामालानी के एक सरकारी स्कूल से घटना की सूचना मिली थी। लगभग 10-12 लोग स्वतंत्रता दिवस समारोह के बाद स्कूल पहुंचे। वह लोग अफीम और अफीम की भूसी खा रहे थे। घटना के चार वीडियो वायरल हो रहे हैं।" उन्होंने कहा, "जब हम स्कूल पहुंचे तो वहां कोई नहीं था। हम कल छात्रों और शिक्षकों के बयान दर्ज करेंगे ताकि हम आरोपियों का पता लगा सकें।"
सोशल मीडिया पर वायरल हुए घटना के चार वीडियो
स्कूल में अफीम परोसे जाने के चार वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। वीडियो में ग्रामीण स्कूल के बरामदे में बैठे हैं। एक व्यक्ति कुर्सी पर बैठकर रुपए लेने-देन का हिसाब कर रहा है तथा ब्याज में जोड़ने की बात भी हो रही है। वीडियो में एक सरकारी शिक्षक भी दिखाई दे रहा। वह एक रजिस्टर में लोगों के हस्ताक्षर करवा रहा है। दूसरी ओर ग्रामीणों का कहना है कि सहयोग राशि से अफीम लाई गई थी।