वैक्सीनेशन अभियान: राज्यों को की गई कुल सप्लाई में से महज 11 प्रतिशत है 'कोवैक्सिन'
देश में कोरोना महामारी के खिलाफ जारी जंग अहम और अंतिम पड़ाव पर चल रही है। देश में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' के साथ मेगा वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है। हालांकि, कोवैक्सिन को लेकर लोगों में संशय बना हुआ है और वह इसे लगवाने से कतरा रहे हैं। इसी बीच सरकार ने कहा कि राज्यों को अब तक सप्लाई की गई वैक्सीन में से 'कोवैक्सिन' का हिस्सा महज 11 प्रतिशत है।
पूरी तरह स्वदेशी वैक्सीन है 'कोवैक्सिन'
भारत बायोटेक ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के साथ मिलकर 'कोवैक्सिन को विकसित किया है और यह पूरी तरह से स्वदेशी वैक्सीन है। पहले और दूसरे चरण के ट्रायल में इसे सुरक्षित पाया गया था इसका तीसरे चरण का ट्रायल जारी है सरकार ने 'कोवैक्सिन' को बिना क्लिनिकल ट्रायल पूरा किए ही सीमित आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी थी। ऐसे में स्वास्थ्यकर्मियों में इसकी प्राभाविकता को लेकर संदेह बना हुआ है।
विपक्ष ने संसद में मांगी थी सप्लाई की गई वैक्सीन की जानकारी
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार विपक्ष के सांसद ने वैक्सीनेशन अभियान के लिए अब तक सप्लाई की गई वैक्सीनों की जानकारी मांगी थी। इसका जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वैक्सीनेशन अभियान के लिए अब तक सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को 2.15 करोड़ वैक्सीनों की सप्लाई की गई है। इसमें से 'कोवैक्सिन' की सप्लाई महज 11 प्रतिशत यानी 25 लाख खुराक रही है, जबकि शेष खुराक 'कोविशील्ड' की भेजी गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने 'कोवैक्सिन' की कम सप्लाई के पीछे यह बताया कारण
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 'कोवैक्सिन' की कम सप्लाई के पीछे राज्यों द्वारा उसके प्रति अनिच्छा जताने को कारण बताया है। मंत्रालय के अनुसार राज्यों को उनकी इच्छा के अनुसार ही वैक्सीन की सप्लाई की जाती है।
राज्यों को फरवरी की शुरुआत में भेजी 'कोविशील्ड' की 1.8 करोड़ खुराकें
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को फरवरी की शुरुआत में 'कोविशील्ड' की 1.8 करोड़ खराकें भेजी गई थी। इसी तरह हैदराबाद की भारत बायोटेक द्वारा निर्मित 'कोवैक्सिन' की सप्लाई अभी तक महज 19 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में की गई है। 'कोवैक्सिन' की सबसे अधिक खुराक 40 प्रतिशत से कम वैक्सीन लगाने वाले तमिलनाडु में 1.89 लाख और उसके बाद तेलंगाना में 1,72,606 खुराक भेजी गई है।
सरकार ने वैक्सीनेशन की शुरुआत से पहले खरीदी थी 16.5 करोड़ वैक्सीन
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि सरकार ने वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत से पहले 'कोवैक्सिन' की 11 करोड़ और 'कोवैक्सिन' की 5.5 करोड़ खुराकों की खरीद की थी। इसके बाद सरकार ने दूसरी खरीद के आदेश जारी किए थे।
अब तक 70.17 लाख लोगों को लगाई गई वैक्सीन
बता दें कि सरकार ने गत 16 जनवरी से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की 'कोविशील्ड' और भारत बायोटक की 'कोवैक्सिन' के साथ वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की थी। उसके बाद से अब तक 70,17,114 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक लगाई जा चुकी है। इनमें बुधवार को 4,05,349 लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। भारत महज 26 दिनों में 70 लाख लोगों को वैक्सीन लगाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है।