दिल्ली: कमरे में महिला और 4 बच्चों के शव मिले, अंगीठी के कारण मौत की आशंका
दिल्ली के शाहदरा में अंगीठी के धुएं के कारण दम घुटने से एक महिला और उसके चार बच्चों की मौत हो गई। महिला और तीन बच्चे मौके पर ही मृत पाए गए, वहीं चौथे बच्चे की अस्पताल में मौत हुई। पूरा परिवार यहां किराए पर रहता था। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आधिकारिक तौर पर मौत के कारण पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
कुछ ही दिन पहले किराए पर शिफ्ट हुआ था परिवार
घटना शाहदरा के सीमापुरी इलाके की है। पुलिस के अनुसार, जहां स्थित एक फ्लैट में 35 वर्षीय मोहित कालिया अपनी पत्नी और चार बच्चों के साथ रहता था। ये मकान शालीमार गार्डन निवासी अमरपाल सिंह का है और मोहित ने कुछ दिन पहले ही उनसे ये फ्लैट किराए पर लिया था। आज सुबह जब अमरपाल मोहित से जरूरी दस्तावेज लेने पहुंचे तो उनके कई बार दरवाजा खटकाने और आवाज देने के बाद किसी ने दरवाजा नहीं खोला।
अमरपाल ने दी पुलिस को सूचना, मौके पर मृत मिले महिला और तीन बच्चे
अंदर से कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर अमरपाल वापस लौट गए और पुलिस को फोन कर मामले की सूचना दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां एक कमरे में मोहित की पत्नी राधा (30 साल) और तीन बच्चों (11, आठ और चार साल) को मौके पर मृत पाया। पुलिस को मौके पर एक इस्तेमाल की हुई अंगीठी भी मिली और कमरे में धुएं की गंध भी मौजूद थी। कमरे में कोई वेंटिलेशन नहीं था।
चौथे बच्चे की अस्पताल में मौत
शाहदरा के एडिशनल डिप्टी पुलिस कमिश्नर (DCP) निशांत गुप्ता ने बताया कि सबसे छोटे बेटे को पिता मोहित अपने साथ अस्पताल ले गया था। लेकिन वो भी बेहोश था और अस्पताल में डॉक्टर्स ने भी उसे मृत घोषित कर दिया।
घुटन से मौत की आशंका, लेकिन साजिश से भी इनकार नहीं- पुलिस
पड़ोसियों से पूछताछ करने के बाद दिल्ली पुलिस अंगीठी के धुएं के कारण पीड़ितों की मौत की आशंका जताई जा रही है, हालांकि उसने किसी साजिश की बात से भी इनकार नहीं किया है। वो हर दृष्टिकोण से जांच कर रही है और मोहित से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भी भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही मामले में आगे कोई कदम उठाया जा सकेगा।
न्यूजबाइट्स प्लस
हमें कभी भी बंद कमरे में कुछ जलाकर नहीं सोना चाहिए। दरअसल, आग जलने के लिए ऑक्सीजन होना जरूरी है और ऑक्सीजन की मदद से ही आग जलती है। अगर कमरा बंद है और उसमें कहीं और से हवा नहीं आ रही है तो आग धीरे-धीरे सारी ऑक्सीजन को उपयोग कर इसे कार्बन डाई-ऑक्साइड में बदल देती है। ऑक्सीजन कम होने और कार्बन डाई-ऑक्साइड बढ़ने से घुटन से मौत की आशंका बढ़ जाती है।