PoK में पाकिस्तान के खिलाफ सड़कों पर क्यों उतरे सैंकड़ों लोग?
क्या है खबर?
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में इन दिनों सैकड़ों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे हुए हैं। यहां के लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिनमें एक पुलिस अधिकारी समेत 2 लोगों की मौत हो गई है और 100 से भी ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
महंगाई और बिजली की कमी की वजह से शुरू हुआ ये प्रदर्शन अब अधिकारों और स्वतंत्रता के लिए आंदोलन में बदल गया है, जिसने पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
वजह
क्यों सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी?
इन प्रदर्शनों की शुरुआत बढ़ती महंगाई के विरोध में हुई थी। दरअसल, PoK में पेट्रोल-डीजल, आटा और दूसरे जरूरी चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं। खाने-पीने की कुछ वस्तुएं चीन से आयात की जा रही हैं।
इसके विरोध में जम्मू-कश्मीर ज्वाइंट एक्शन समिति (JAAC) ने प्रदर्शन का आह्वान किया था। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा 3 अरब डॉलर के वित्तीय सहायता पैकेज को मंजूरी देते समय लगाई गई कड़ी शर्तों के कारण स्थिति और खराब हो गई है।
मौत
गोली लगने से पुलिसकर्मी की मौत
पाकिस्तानी अखबार डॉन से बात करते हुए मीरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) कामरान अली ने बताया कि उप निरीक्षक अदनान कुरैशी की सीने में गोली लगने से मौत हो गई है। अदनान को इस्लामगढ़ में प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए तैनात किया गया था।
पुलिस ने कम से कम 70 JAAC कार्यकर्ताओं के घर पर छापे मारकर हिरासत में लिया है। PoK की राजधानी मुजफ्फारबाद में सबसे उग्र विरोध प्रदर्शन हुए है।
प्रदर्शन
प्रदर्शन की चपेट में PoK के कई इलाके
कोटली के SSP मीर मोहम्मद आबिद ने कहा कि 'शरारती तत्वों' द्वारा किए गए प्रदर्शन में जिले में 78 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। कोटली के जिला अस्पताल के मुताबिक, कम से कम 59 पुलिसकर्मियों और 9 प्रदर्शनकारियों को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया है।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायर किए और आंसू गैस के गोले भी दागे। समाहनी, सेहंसा, मीरपुर, रावलकोट, खुइरट्टा, तत्तापानी और हट्टिया बलां में भी प्रदर्शन हो रहे हैं।
सरकार
सरकार क्या कर रही है?
PoK के प्रधानमंत्री अनवारुल हक ने प्रदर्शनकारियों से हिंसा न करने का आग्रह किया और कहा कि उनकी मांगों को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने विरोध प्रदर्शन को शांत करने के तरीके पर चर्चा के लिए एक बैठक बुलाई थी।
डॉन के अनुसार, PoK के वित्त मंत्री अब्दुल माजिद खान ने कहा कि सरकार ने अधिकतम संयम बरता है और सभी मुद्दों को शांतिपूर्वक हल करने के लिए बातचीत को तैयार है।"
भारत
प्रदर्शनकारियों ने की भारत से हस्तक्षेप की मांग
PoK कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग की।
उन्होंने समाचार एजेंसी ANI से कहा, "पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर की मौजूदा स्थिति से भारत अलग नहीं रह सकता। फिलहाल हमारे लोग लड़ रहे हैं। भारत को अब अपना सारा ध्यान पाकिस्तानी कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर पर केंद्रित करना चाहिए और कब्जे वाले क्षेत्र की स्वतंत्रता के लिए मदद और सुविधा प्रदान करनी चाहिए।"