
ओडिशा में भगदड़ के बाद कलेक्टर-SP का तबादला; मुख्यमंत्री ने माफी मांगी, मुआवजे का भी ऐलान
क्या है खबर?
ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ रथयात्रा के बाद आज तड़के करीब 4 बजे गुंडिचा मंदिर के पास भगदड़ मच गई थी। इसमें 3 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हुए हैं। घटना के बाद मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने पुरी के कलेक्टर और SP का तबादला कर दिया है। उन्होंने घटना पर माफी मांगते हुए मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।
तबादला
DCP और कमांडेंट निलंबित
सरकार ने पुरी के कलेक्टर और SP का तबादला किया है। चंचल राणा को नया कलेक्टर नियुक्त किया गया है, जबकि पिनाक मिश्रा नए SP की जिम्मेदारी संभालेंगे। वहीं, DCP विष्णु पति और कमांडेंट अजय पाधी को ड्यूटी में लापरवाही के चलते निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने विकास आयुक्त की देखरेख में घटना की विस्तृत प्रशासनिक जांच के आदेश भी दिए हैं।
बयान
मुख्यमंत्री बोले- भक्तों से माफी मांगते हैं
मुख्यमंत्री ने लिखा, 'व्यक्तिगत रूप से मैं और मेरी सरकार सभी जगन्नाथ भक्तों से क्षमा मांगते हैं। हम उन भक्तों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं, जिनकी जान चली गई। महाप्रभु जगन्नाथ से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें इस गहन दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। यह लापरवाही अक्षम्य है। सुरक्षा चूक की तत्काल जांच की जाएगी। मैंने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।'
राहुल का बयान
राहुल गांधी ने जताई संवेदना, सरकार ये की ये अपील
राहुल गांधी ने लिखा, 'पुरी में रथ यात्रा के दौरान भगदड़ की घटना अत्यंत दुखद है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना और घायल श्रद्धालुओं के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं। ओडिशा सरकार से अपील है कि राहत कार्यों में तेजी लाए और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आग्रह है कि वे मदद करें। यह त्रासदी एक गंभीर चेतावनी है कि बड़े आयोजनों में सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन की गंभीरता से तैयारी और समीक्षा होनी चाहिए।'
जांच
DGP कर रहे घटना की जांच
ओडिशा के कानून मंत्री हरिचंदन ने कहा कि ओडिशा के पुलिस महानिदेशक (DGP) भगदड़ की जांच कर रहे हैं और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। मुख्यमंत्री माझी ने घटना के बाद आला अधिकारियों और उप-मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। घटना पर पुरी के नाममात्र के राजा गजपति महाराजा दिव्यसिंह देब ने शोक व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने सरकार से भगदड़ की त्वरित जांच करने का भी आग्रह किया।
भगदड़
कैसे मची थी भगदड़?
रथयात्रा के बाद आज तड़के भगवान जगन्नाथ का रथ गुंडिचा मंदिर पहुंचा था। इस दौरान भगवान जगन्नाथ की झलक पाने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी और भगदड़ मच गई। इसमें बसंती साहू (36), प्रेमकांति महांति (78) और प्रभाती दास की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि हादसे के समय मौके पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात नहीं था। वहीं, 50 घायलों में से 6 की हालत भी गंभीर है।