
ओडिशा: आत्मदाह करने वाली छात्रा ABVP में थी, फिर भी शिकायत पर चुप रहा प्रशासन
क्या है खबर?
ओडिशा के बालासोर में कॉलेज के प्रिंसिपल और प्रोफेसर के यौन उत्पीड़न से तंग आकर 20 वर्षीय जिस छात्रा ने 12 जुलाई को आत्मदाह किया था, वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की पदाधिकारी थी। छात्रा ने सोमवार रात को 11:45 बजे भुवनेश्वर में स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में दम तोड़ दिया। उसने आत्मदाह से पहले कई पत्र पुलिस और प्रशासन को लिखे थे, लेकिन फिर भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई और आखिरकार वह हिम्मत हार गई।
पत्र
ABVP ने भी लिखा था पत्र
बालासोर के फकीर मोहन (ऑटोनॉमस) कॉलेज में Bed द्वितीय वर्ष की छात्रा अपने विभागाध्यक्ष प्रोफेसर समीर कुमार साहू से काफी परेशान थी। इस संबंध में ABVP ने छात्रा की समस्या को लेकर कॉलेज प्रधानाचार्य को 30 जून को पत्र भी लिखा था। पत्र ओडिया भाषा में लिखा गया था, जिसमें छात्रा के हस्ताक्षर और संपर्क नंबर लिखा था। पत्र में साहू पर यौन उत्पीड़न और मानसिक दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए उसे निलंबित करने की मांग की गई थी।
शिकायत
मुख्यमंत्री और महिला आयोग तक पहुंचाई थी शिकायत
सोशल मीडिया एक्स पर छात्रा के खाते से 2 शिकायती पत्र और 2 तस्वीर भी 1 जुलाई को साझा किया गया है। इस पत्र को छात्रा ने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के अलावा केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, राष्ट्रीय महिला आयोग, बालासोर के विधायक और जिलाधिकारी को टैग किया था। छात्रा ने पत्र में उत्पीड़न से तंग आकर कोई बड़ा आत्मघाती कदम उठाने की भी चेतावनी दी थी। इसके बाद भी उसकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया।
निशाना
कांग्रेस ने साधा निशाना
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने घटना को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने एक्स पर ABVP का पत्र साझा कर लिखा, 'बालासोर पीड़िता सत्ताधारी पार्टी के छात्र संगठन की पदाधिकारी भी है। उसने 20 दिन पहले प्रिंसिपल से मदद की गुहार लगाई थी, बाकायदा शिकायत की ,लेकिन उसे पूरी तरह नजरअंदाज किया गया। सोचिए, जब डबल इंजन सरकार वाले ओडिशा में खुद सत्ताधारी दल की महिला पदाधिकारी इतनी असहाय हो, तो आम महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति कैसी होगी?'
ट्विटर पोस्ट
कांग्रेस महासचिव ने साझा किया पत्र
ओडिशा से एक बेहद परेशान करने वाली घटना सामने आई है।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 14, 2025
बालासोर स्थित एक कॉलेज में विभागाध्यक्ष द्वारा लंबे समय से किए जा रहे यौन उत्पीड़न से तंग आकर एक छात्रा ने कैंपस में ही खुद को आग के हवाले कर दिया। वह गंभीर रूप से झुलस चुकी है और फिलहाल AIIMS भुवनेश्वर में ज़िंदगी और मौत के… pic.twitter.com/LuoHbtBE9R