राजस्थान: झालावाड़ के सरकारी स्कूल में दिलाई भाजपा को वोट दिलाने की शपथ, वीडियो वायरल
राजस्थान में झालावाड़ जिले के एक सरकारी स्कूल में भाजपा की जन आक्रोश यात्रा के दौरान लोगों और बच्चों को 25 सालों तक भाजपा को वोट देने की शपथ दिलाने का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। ऐसे में शिक्षा विभाग ने आनन-फानन में कार्रवाई करते हुए स्कूल में रैली आयोजित कराने को लेकर कार्यवाहक संस्था प्रधान को निलंबित कर दिया है। आइए आगे जानते हैं पूरा मामला क्या है।
मनोहरथाना विधानसभा क्षेत्र का है मामला
यह घटना जिले के मनोहरथाना विधानसभा क्षेत्र की है। शुक्रवार शाम को भाजपा की जन आक्रोश यात्रा महाराजपुरा उच्च प्राथमिक विद्यालय में पहुंची थी। यात्रा का नेतृत्व प्रभारी बाबूलाल रेनवाल और भाजपा विधायक गोविंद रानीपुरिया कर रहे थे। इस दौरान आयोजित सभा में लोगों के साथ यूनिफॉर्म पहने बच्चे भी मौजूद रहे। बच्चों की मौजूदगी में ही राजनीतिक भाषण भी शुरू हो गए। इसमें ज्यादातर बच्चे कक्षा एक से पांचवी तक के थे।
नेताओं ने दिलाई भाजपा को वोट देने की शपथ
सभा में भाजपा जिला उपाध्यक्ष दिनेश मंगल ने विधायक और अन्य नेताओं की मौजूदगी में बच्चों को संबोधित करते हुए उन्हें 25 सालों तक भाजपा को ही वोट देने या दिलाने की शपथ दिला दी। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उसमे देखा जा सकता है कि उपाध्यक्ष लोगों को 25 साल तक भाजपा को ही वोट देने की शपथ दिला रहे हैं। शपथ के बाद लोग हाथ उठाकर खुशी का इजहार भी करते हैं।
यहां देखें शपथ दिलाने का वीडियो
बिना अनुमति के ही सरकारी स्कूल में आयोजित हुई सभा
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद जब अधिकारियों ने कार्यवाहक संस्था प्रधान सीताराम मीणा से पूछताछ की तो उन्होंने कहा कि जब सभा हुई तो स्कूल की छुट्टी हो चुकी थी और वह भी स्कूल से जा चुका थे। उन्हें सभा के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। स्कूल में सभा की तैयारियों के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरपंच राजू बाई बंजारा के कहने पर स्कूल में ट्रैक्टर से टेंट और साउंड सिस्टम का सामान डाला गया था।
स्कूल में बिना अनुमति नहीं हो सकता आयोजन- मीणा
राजस्थान सीनियर टीचर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष नवल सिंह मीणा ने बताया कि सरकारी स्कूल परिसर में किसी भी आयोजन की अनुमति के लिए विद्यालय समिति होती है। इसमें प्रधानाचार्य भी शामिल हैं। इनकी सहमति से ही वहां आयोजन हो सकता है। इसमें किसी तरह का शुल्क तय नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि आयोजनकर्ता इच्छा से अंशदान देना चाहे तो दे सकते हैं, लेकिन स्कूल में इस तरह के राजनीतिक आयोजन नहीं हो सकते हैं।
संस्था प्रधान को निलंबित किया
इस मामले में कांग्रेस नेताओं के विरोध जताने पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने आनन-फानन में कार्रवाई करते हुए संस्था प्रधान मीणा को निलंबित कर दिया। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) वीरेंद्र सिंह ने कहा कि मामले में संस्था प्रधान को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं। आज एक टीम गांव में भेजी गई है। टीम बच्चों और ग्रामीणों से पूछताछ कर रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को सौंपेगी।