झांसी: ननों से बदसलूकी के मामले ने तूल पकड़ा, अमित शाह ने कही कार्रवाई की बात
उत्तर प्रदेश के झांसी में ओडिशा की दो ननों और युवतियों को ट्रेन से उतारने का मामला तूल पकड़ रहा है। यहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने धर्म परिवर्तन की कोशिश करने का शक जताते हुए चारों को ट्रेन से उतार दिया था। केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने पत्र लिखकर इस पर नाराजगी व्यक्त की है, वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मामले में दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
क्या है मामला?
NDTV के अनुसार, 19 मार्च को दो नन और दो युवतियां हरिद्वार-पुरी उत्कल एक्सप्रेस से सफर कर रही थी। इसी बीच झांसी में कुछ लोगों ने ट्रेन में इन्हें घेर लिया और नीचे उतरने को कहा। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में दिख रहा है कि इन लोगों में कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। इन लोगों ने धर्म परिवर्तन के शक में चारों को नीचे उतार लिया। पूछताछ और जांच के बाद चारों महिलाओं को जाने दिया गया।
महिलाओं को आपस में बात करते देख हुआ धर्म परिवर्तन का शक- अधिकारी
झांसी के रेलवे पुलिस सुपरिटेंडेंट नईम खान मंसूरी ने बताया कि चारों महिलाएं दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन से राउरकेला जाने के लिए ट्रेन में सवार हुई थीं। इनमें से दो महिलाएं नन हैं और युवतियां ट्रेनिंग ले रही हैं। इसी ट्रेन में ABVP के कुछ कार्यकर्ता भी सफर कर रहे थे। चारों महिलाओं को आपस में बात करते देख ABVP कार्यकर्ताओं ने सोचा कि दोनों नन युवतियों का धर्म परिवर्तन करने की कोशिश कर रही हैं।
पूछताछ में नहीं निकला धर्म परिवर्तन का मामला- अधिकारी
मंसूरी ने आगे बताया कि शक के आधार पर ABVP कार्यकर्ताओं ने रेलवे सुरक्षा बल को सूचित किया। कार्यकर्ताओं ने इस मामले को लेकर लिखित शिकायत भी दी थी। मंसूरी ने आगे कहा, "मैं मौके पर पहुंचा और पूछताछ की। पूछताछ में पता चला कि दोनों युवतियां ओडिशा की रहने वाली हैं और उनकी ट्रेनिंग चल रही है। हमने उनके सर्टिफिकेट देखे और पाया कि वो जन्म से ही ईसाई हैं और धर्म परिवर्तन का कोई मामला नहीं है।"
पूछताछ के बाद महिलाओं को भेजा गया घर
मंसूरी ने अपने बयान में आगे कहा कि पूछताछ के बाद चारों को ओडिशा भेज दिया गया। हालांकि, अभी तक यह जानकारी नहीं मिली है कि ABVP कार्यकर्ताओं के खिलाफ क्या कदम उठाए गए हैं।
केरल के मुख्यमंत्री ने शाह को लिखा पत्र
घटना की जानकारी सामने आने के बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने अमित शाह को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। विजयन ने पत्र में लिखा कि ऐसी घटनाएं देश की छवि खराब करती है। केंद्र सरकार की तरफ से ऐसी घटनाओं की निंदा होनी चाहिए। सरकार को संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों का उल्लंघन करने वाले सभी समूहों और व्यक्तियों के खिलाफ प्रशासन को कार्रवाई का आदेश देना चाहिए।
शाह ने दिया कार्रवाई का भरोसा
गृह मंत्री शाह ने इस मामले में कार्रवाई का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में दोषी लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना का वीडियो आप नीचे देख सकते हैं।