
देश में 80 प्रतिशत माल ढुलाई सड़क से, जल्द कम होंगी लॉजिस्टिक लागत; क्या मिलेगा फायदा?
क्या है खबर?
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दावा किया है कि भारत में सड़कों के बेहतर होने से माल ढुलाई सड़क मार्ग से ज्यादा हो रही है और आने वाले दिनों में लॉजिस्टिक लागत भी कम होंगी। दिल्ली में सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के 65वें वार्षिक सम्मेलन में उन्होंने यह बात KPMG रिपोर्ट के आधार पर बताई। उन्होंने कहा कि अब रेल और अन्य यातायात साधनों से माल ढुलाई काफी कम हो गई है।
फायदा
लॉजिस्टिक लागत को 9 प्रतिशत पर लाया जाएगा- गडकरी
गडकरी ने कहा कि माल ढुलाई के मामले में अब 81 प्रतिशत सामान सड़क के जरिए एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा 1 प्रतिशत रेल से और 17 प्रतिशत अन्य तरीकों से माल ढुलाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि IIT कानपुर, चेन्नई और बेंगलुरु की एक रिपोर्ट आई है, जिसमें लॉजिस्टिक लागत भी 16 प्रतिशत से 10 प्रतिशत हो गई है, जिसे दिसंबर के अंत तक 9 प्रतिशत किया जाएगा।
फायदा
लॉजिस्टिक लागत घटने से क्या होगा आम लोगों को फायदा?
भारत में सड़क के अलावा, जहाज, विमान और रेल के जरिए सामानों का आयात-निर्यात होता है। लॉजिस्टिक लागत महंगा होने से उत्पादों की कीमत बढ़ जाती है। ऐसे में अगर लॉजिस्टिक लागत एकल संख्या यानी 9 प्रतिशत पर आ जाती है तो GST कम होने के बाद काफी हद तक उत्पादों की कीमत भी कम हो सकती हैं। गडकरी का कहना है कि आगे ट्रकों से माल ढुलाई बढ़ेगी, जिससे लागत कम आएगी और महंगाई कम होने की संभावना है।
ट्विटर पोस्ट
सुनिए क्या बोले नितिन गडकरी
Delhi: At the 65th SIAM Annual Convention, Union Minister Nitin Gadkari says, "The most important problem our country is facing is air pollution. Many of the health issues we see today are directly linked to air pollution..." pic.twitter.com/gDuWNyOOXK
— IANS (@ians_india) September 11, 2025