केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का छलका दर्द, बोलीं- मैं चाहती हूं कि शून्य टैक्स हो
क्या है खबर?
आम बजट पेश करने के बाद तमाम टैक्स को लेकर सोशल मीडिया पर घिरीं केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का मध्य प्रदेश में दर्द छलका।
उन्होंने राजधानी भोपाल में भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (IISER) के दीक्षांत समारोह में कहा कि वह चाहती हैं कि देश में टैक्स शून्य हो, लेकिन देश की चुनौतियों को देखते हुए ऐसा मुमकिन नहीं।
उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री के नाते उनका काम राजस्व पैदा करना है, न कि लोगों को परेशान करना।
दर्द
क्या कहा निर्मला सीतारमण ने?
IISER के 11वें दीक्षांत समारोह में सीतारमण ने कहा, "देश की वित्तमंत्री होने के नाते कई बार ऐसा समय आता है, जब लोगों को जवाब देना है कि हमारे टैक्स ऐसे क्यों है? टैक्स कम क्यों नहीं हो सकता? मैं चाहती हूं कि इसे शून्य पर ले आऊं, लेकिन देश के सामने चुनौतियां भी हैं, जिससे देश को आगे ले जाना है। मैं विश्वास दिलाती हूं कि मेरा काम राजस्व जुटाना हैं, न कि लोगों को परेशान करना।"
टैक्स
कहां लग रहा पैसा?
सीतारमण ने बताया कि दुनिया ने पेरिस सम्मेलन के दौरान जीवाश्म ईंधन से नवीनीकरण ऊर्जा में परिवर्तन के लिए काफी पैसा देने का वादा किया था, लेकिन अभी तक पैसा नहीं आया।
उन्होंने कहा कि भारत ने इसका इंतजार नहीं किया और पेरिस में जो वादा किया था उसमें अपना पैसा लगाया।
उन्होंने बताया कि टैक्स से नवीनीकरण ऊर्जा और इनोवेशन के लिए फंड जारी किया जाता है।
उन्होंने कहा कि भारत ने तकनीक किसी से उधार नहीं ली है।
विवाद
सोशल मीडिया पर क्यों ट्रोल हो रही थीं सीतारमण?
आम बजट को पेश करते समय वित्त मंत्री सीतारमण ने दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ (LTCG) और अल्पकालिक पूंजीगत (STCG) पर टैक्स बढ़ाकर निवेशकों को झटका दिया था।
इसके अलावा केंद्र सरकार की ओर से आयकर में कोई बड़ी राहत का ऐलान न करने पर भी सीतारमण को निशाने पर लिया गया था।
तमाम वस्तुओं पर लग रहे वस्तु और सेवा कर (GST) के बहाने भी लोगों ने वित्त मंत्री को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया।