आतंकी नेटवर्क के खिलाफ 4 राज्यों के 19 ठिकानों पर NIA का छापा, 5 हिरासत में
क्या है खबर?
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने देश में फैले आतंकी नेटवर्क मामले में बड़े स्तर पर छापेमारी की है। उसने मामले में 4 राज्यों में 19 स्थानों पर छापा मारा है। इस दौरान 5 संदिग्धों को गिरफ्तार किया।
NDTV के मुताबिक, यह छापेमारी कर्नाटक में 11, झारखंड में 4, महाराष्ट्र में 3 और दिल्ली में एक जगह पर की गई है।
इससे पहले 9 दिसंबर को भी NIA ने महाराष्ट्र और कर्नाटक में 40 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की थी।
कार्रवाई
NIA की कट्टरपंथी जिहादी आतंकवादी समूह के खिलाफ कार्रवाई
न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि NIA ने कट्टरपंथी जिहादी आतंकवादी समूह का भंडाफोड़ किया है। एजेंसी ने इसी संबंध में 19 जगहों पर छापेमारी की है।
NIA राज्य पुलिस बलों के साथ समन्वय कर यह छापेमारी कर रही है।
सूत्रों ने कहा कि खुफिया जानकारी के अनुसार, यह समूह आतंकी हमलों की योजना बनाने और युवाओं को भर्ती करने जैसी भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त है।
छापे
NIA ने गिरफ्तार किया संदिग्ध छात्र
रिपोर्ट के अनुसार, छापेमारी के दौरान एजेंसी ने महाराष्ट्र के अमरावती जिले से एक युवक को गिरफ्तार किया है। इस युवक को संदिग्ध छात्र बताया जा रहा है, जो व्हाट्सऐप समेत सोशल मीडिया के कई मंचों पर ग्रुप के जरिए जिहादी छात्र संगठनों के संपर्क में था।
NIA ने स्थानीय आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) और जिला पुलिस की टीम के साथ मिलकर इलाके की तलाशी ली और संदिग्ध छात्र को हिरासत में लिया।
कार्रवाई
पिछले हफ्ते हुई थी 44 जगहों पर छापेमारी
9 दिसंबर को भी NIA ने आतंकी साजिश मामले में एक बड़ा तलाशी अभियान चलाया था। इसके तहत कर्नाटक में कुछ स्थानों के साथ-साथ महाराष्ट्र में पुणे, ठाणे और मीरा भयंदर में छापेमारी की गई थी।
इस दौरान आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) से जुड़े 15 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था।
छापेमारी के दौरान NIA ने बड़ी मात्रा में बेहिसाब नकदी, हथियार, धारदार औजार, संवेदनशील दस्तावेज और विभिन्न डिजिटल उपकरण बरामद किए थे।
छापेमारी
देश में IS के बड़े नेटवर्क का हुआ पर्दाफाश
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, इन छापों में NIA ने देश में चल रहे आतंकी मामलों में विदेशों में बैठे IS के संचालकों के गठजोड़ की एक बड़ी साजिश का खुलासा किया था।
सूत्रों ने बताया था कि जांच में भारत के भीतर IS की चरमपंथी विचारधारा का प्रचार करने के लिए प्रतिबद्ध व्यक्तियों के एक जटिल नेटवर्क का पता चला था, जो देश में कई आतंकी गतितिविधियों को अंजाम देने की फिराक में हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के आतंकवादी द्वारा कैदियों को कट्टरपंथी बनाने से जुड़ा मामला भी सामने आया है।
बेंगलुरू पुलिस को जांच में पता चला कि मोहम्मद उमर, मोहम्मद फैसल रब्बानी, तनवीर अहमद, मोहम्मद फारूक और जुनैद अहमद बेंगलुरु जेल में कैद के दौरान आजीवन कारावास की सजा काट रहे लश्कर सदस्य टी नसीर के संपर्क में थे।
जेल से रिहा होने के बाद इन आरोपियों ने जुनैद के नेतृत्व में नासिर के निर्देश पर आतंकवादी कृत्यों की साजिश रची।